छात्रों का भविष्य संवारने वाले शिक्षकों को मिला सम्मान
शारदा विश्वविद्यालय में परिवर्तनकारी शिक्षक पुरस्कार के तहत देश भर के 10 प्रधानाचार्य तथा 32 शिक्षकों का चयन कर सम्मानित किया गया;
ग्रेटर नोएडा। शारदा विश्वविद्यालय में परिवर्तनकारी शिक्षक पुरस्कार के तहत देश भर के 10 प्रधानाचार्य तथा 32 शिक्षकों का चयन कर सम्मानित किया गया। चयन के लिए गठित समिति में देश के नामी गिरामी शिक्षाविद तथा प्रशासनिक अधिकारी शामिल थे, जिनमें मुख्य हैं, पूर्व संयुक्त सचिव, भारत सरकार आर.डी. सहाय, आईआईटी दिल्ली के पूर्व निदेशक वृजभान सिंह पवार, पूर्व मानव संसाधन सचिव भारत सरकार आर. पी. अग्रवाल इत्यादि।
समिति के सचिव व शारदा विश्वविद्यालय के छात्र सहूलियत केंद्र के निदेशक राजीव गुप्ता ने बताया कि यह कार्यक्रम हमारे चांसलर पीके. गुप्ता के सुझाव पर आरंभ किया, जिसको सफल बनाने में एक्सक्यूटिव डायरेक्टर प्रशांत गुप्ता ने हरसंभव सहयोग दिया। पुरस्कार के लिए चयन का तरीका भी थोड़ा भिन्न हैं। अपने स्तर का यह भिन्न पुरस्कार हैं, जिसमें छात्र सबसे पहले नामांकित करते हैं कि भिन्न-भिन्न शिक्षकों ने उनके जीवन पर अमिट प्रभाव छोड़ा है।
छात्रों को सही मार्गदर्शन में शिक्षकों का बहुत ही योगदान रहता हैं। लगभग तीन हजार छात्रों ने अपने शिक्षकों के जिक्र करते हुए बताया कि इनके कारण ही इनका जीवन परिवर्तित हुआ तथा आज वो सही रास्ते पर चल रहे हैं। उन्होंने करियर चुनने में अपना अभूतपूर्व योगदान दिया।
मुख्य अतिथि इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के निदेशक कर्नल जसबीर सिंह निर्मल ने शारदा विश्वविद्यालय प्रशासन को इस तरह के प्रेरणाजनक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए बधाई दिया तथा आये हुए शिक्षकों से उम्मीद किया है कि भविष्य में भी छात्रों के हित में कार्य करते रहेंगे। चांसलर पीके. गुप्ता, प्रो चांसलर वाई.के. गुप्ता, कुलसचिव अमल कुमार, कुलपति तथा प्रति कुलपति रणजीत गोस्वामी ने भी अपने विचार व्यक्त किया।