तीन जोन व चार क्लस्टर में 15 से शुरू हो जाएगी सरफेस पार्किंग

शहर में सरफेस पार्किंग की समस्या जल्द समाप्त हो जाएगी। इसके लिए प्राधिकरण 15 मई से नई नीति के तहत शहर में पार्किंग शुरू करने जा रहा है;

Update: 2018-04-22 13:19 GMT

नोएडा। शहर में सरफेस पार्किंग की समस्या जल्द समाप्त हो जाएगी। इसके लिए प्राधिकरण 15 मई से नई नीति के तहत शहर में पार्किंग शुरू करने जा रहा है। पार्किंग के लिहाज से शहर को चार जोन और छह कलस्टर में बांटा गया है।

तीन जोन के लिए निविदा प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। जबकि चौथे जोन को दो छोटे कलस्टरों में बांटा गया। इसके लिए दोबारा से आवेदन मांगे गए है। ऐसे में करीब चार लाख वाहनों की पार्किंग की जा सकेगी। यह पार्किंग सरफेस होगी। इसका बड़ा फायदा सड़कों को जाम मुक्त किया जा सकेगा।

शहर में पार्किंग व्यवस्था बदहाल है। सड़क किनारे वाहनों के पार्क होने से वाहन चालकों को जाम का सामना करना पड़ रहा था। औद्योगिक सेक्टर के अलावा सेक्टर-1 से 11 व शहर के अधिकांश व्यवासायिक इलाकों में पार्किंग अनियमित है। लिहाजा नई नीति के तहत पार्किंग व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। बनाए गए छह क्लस्टरों में प्रत्येक का क्षेत्रफल एक लाख वर्गमीटर से ज्यादा है। छह क्लस्टर में पार्किंग व्यवस्था शुरू होने के बाद शहर में सरफेस पार्किंग की समस्या से निजात मिल सकता है। फिलहाल पहले चरण में चार क्लस्टर की पार्किंग शुरू होने जा रही है।

इसके शुरू होने से सेक्टर-1 से 51 तक पार्किंग व्यवस्था नियमित हो जाएगी। इसके साथ ही दो बचे हुए क्लस्टर के लिए जल्द ही कंपनियां नियुक्त कर ली जाएंगी। खास बात यह है कि सभी क्लस्टर में जितनी भी पार्किंग बनाई गई है। उसमे मार्किंग की जाएगी। मार्किंग के बाहर खड़े वाहनों को के्रन की मदद से उठा लिया जाएगा। यह वाहन यातायात पुलिस द्वारा बनाए गए स्थानों पर पहुंचा दिए जाएंगे। यहा जुर्माना रसीद प्राप्त कर वाहन छोड़े जाएंगे। 100 वर्गमीटर क्षेत्रफल में खड़े वाहनों के लिए एक पार्किंग अटेंडेंट होगा। जिसके बाद हैंड डिजिटल मशीन होगी।

ताकि पार्किंग में सुबह से शाम तक कितने वाहन आए उनका पूर्ण ब्यौरा होगा। शाम को पार्किंग का पैसा प्राधिकरण द्वारा खोले गए एस्क्रो खाते में जमा किया जाएगा। उम्मीद है। इससे पार्किंग के नाम पर हो रहे घालमेल से बचा जा सकेगा। 

पार्किंग से राजस्व में बढ़ोतरी

प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि पहले जहां पार्किंग से महज चार करोड़ रुपए के तक का ही राजस्व आता था। वहीं, अब राजस्व में दो गुना तक बढ़ोतरी होगी। अधिकारियों ने बताया कि इसका उदाहरण सेक्टर-18 में मल्टीलेवल पार्किंग है। इसके बनने के बाद सेक्टर-18 में पार्किंग की व्यवस्था नियमित हुई है। वहीं राजस्व में बढ़ोतरी हो रही है। हालांकि कुछ कमियां जरूर है। लेकिन उनको दूर कर लिया जाएगा। 

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