अनदेखी से बिगड़ रहा शहर का सूरत-ए-हाल
दादरी शहर की अनदेखी से सूरत बिगड़ती नजर आ रही है। पालिका प्रशासन की अनदेखी से शहर की सूरत बिगड़ रही है। दादरी नजर पालिका में जहां कई बस्तियों में सड़कें गड्ढ़ा युक्त है।;
ग्रेटर नोएडा। दादरी शहर की अनदेखी से सूरत बिगड़ती नजर आ रही है। पालिका प्रशासन की अनदेखी से शहर की सूरत बिगड़ रही है। दादरी नजर पालिका में जहां कई बस्तियों में सड़कें गड्ढ़ा युक्त है। जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर पालिका की लापरवाही बयां कर रहे हैं। पालिका प्रशासन जनता की समस्यों से अनजान बना हुआ है। जिससे कस्बा वासियों में रोश है।
शहर का मुख्य बाजार हो, गली कूचे हो या आवासीय कॉलोनियां, कहीं भी साफ -सफाई व्यवस्था पर्याप्त नहीं है। कहीं नालियों का गंदा पानी सड़कों पर बहता दिखाई देता है तो कहीं कूड़े के ढेर सूरत बिगाड़ रहे हैं। बस्तियों में टूटी फूटी सड़कें बदहाली का रोना रो रही हैं।
शादी विवाह के दौरान तमाम धर्मशाला, होटल व लॉज के संचालक कार्यक्रमों के उपरांत तमाम डिस्पोजल, क्रॉकरी और गंदगी सड़कों पर खुले में डाल देते हैं। जिम्मेदार पालिका प्रशासन का इन पर कोई अंकुश नहीं है और न ही इन्हें समय से उठाया जाता है। इससे लोगों को गंदगी का सामना करना पड़ता है। अब गर्मियों का मौसम आने वाला है। ऐसे में सफाई व्यवस्था अहम होती है। यदि पालिका ने अपना रवैया यही रखा तो निश्चित ही तमाम बस्तियों में संक्रामक रोग फैलेंगे और लोगों को इससे दो-दो हाथ करने पड़ेंगे।
पालिका बनाए नियम
किराना व्यापारी कमलेश का कहना है कि धर्मशाला, लॉज, गेस्ट हाउस, मैरिज होम आदि के संचालकों के लिए पालिका नियम बनाए कि वह कार्यक्रमों के उपरांत डिस्पोजल, क्रॉकरी व अन्य गंदगी को स्वयं अपने स्तर से कहीं फिकवाएं, रोड पर न डालें अन्यथा पालिका इसकी व्यवस्था करे। पालिका को चाहिए कि नियम बनाने के साथ-साथ संचालकों पर कड़ाई से इसके पालन करने का दबाव बनाया जाए।