आंधी, तूफान ने मचाई तबाही, पांच करोड़ का स्टेडियम धराशाई

 नगर में रविवार शाम आई आंधी व तूफान के साथ बारिष आफत बनकर आई।;

Update: 2018-06-05 17:08 GMT

बेमेतरा। नगर में रविवार शाम आई आंधी व तूफान के साथ बारिष आफत बनकर आई। जिससे भीषण गर्मी से राहत तो मिली किन्तु नगर एवं आसपास के क्षेत्रों में आंधी आवष्यक सेवाओं पर कहर बनकर टूट पड़ी। तेज तूफान के असर से सड़क किनारे लगे पेड़ अनेक स्थानो पर गिरकर न सिर्फ सड़क में आवागमन को बंद किया बल्कि अनेक स्थानो पर बिजली के तार व खंभे भी चपेट में आकर धराषायी हो गये और घंटो तक नगर अंधेरे में डुब गया। वहीं आवागमन भी प्रभावित हुआ। जानकारीनुसार 33 के.वी. लाईन के 5 पोल सहित नगर के अनेक स्थानो पर लगभग 15 पोल गिर गया। हालांकि विद्युत विभाग तत्परता दिखाते हुये, घंटो मषक्कत के बाद विद्युत आपूर्ति करने में सफल रहे किन्तु ग्रामीण क्षेत्रों में मटका, विद्युत सब-स्टेषन से चोरभट्टी, बसनी, ताला, डोकला, पथर्रा, जेवरा, जीया सहित अनेक गांव में बिजली रात भर बंद होने के साथ सोमवार दिनभर भी आपूर्ति नही हो पाई है परन्तु नगर से लगे कारेसरा, खम्हरिया में विद्युत आपूर्ति सोमवार शाम तक बहाल हो पाई। साथ ही साथ नगर में स्थित अनेक कच्चे मकान भी गिर गये है। कुल मिलाकर रविवार की तूफान आंधी से नागरिक हलाकान और परेषान रहे।

उल्लेखनीय और दुर्भाग्यजनक पहलू यह रहा कि दुर्ग मार्ग पर 2 वर्ष पूर्व तकरीबन 4 करोड़ से भी उपर की लागत से नगर पालिका द्वारा निर्मित विवेकानंद स्टेडियम आंधी व तूफान के दबाव को सह न सका और भर-भराकर गिर गया। स्टेडियम में लगा टीन सेड आसपास के खेतों में उड़ गया। हालांकि आई आंधी के दौरान स्टेडियम बंद था, जिसके कारण जानमाल की हानि नही उठानी पड़ी किन्तु यहां यक्ष प्रष्न उठता है कि मात्र 2 वर्ष पूर्व निर्मित भवन जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री डाँ. रमन सिंह ने नगर का गौरव बताते किया था, जो हवा के दबाव को सह न पाने के कारण ढह गया। यहां भवन बनाने वाले ठेकेदार, मानिटरिंग करने वाले इंजिनियर व अन्य अधिकारी की घोर लापरवाही के साथ गुणवत्ता में कमी को दर्षाता है। जिसके खिलाफ जांच कर सख्त कार्यवाही आवष्यक है। आंधी शाम के स्थान पर प्रात: आई होती तो हादसे का स्वरूप नगर को शोकस्तब्ध करने वाला जरूर होता क्योकि प्रात: सैकड़ो युवा वहां पहुंचकर खेल का प्रतिदिन अभ्यास करते थे।

मुख्यमंत्री की विकास यात्रा के ठीक 3 दिन पूर्व आये तूफान ने प्रषासन को उलझाकर रख दिया है क्योकि एक तरफ प्रषासन विकास यात्रा को सफल बनाने सारी संभावनाओं को दृष्टिगत रख व्यापक और कुषल तैयारी में जुटी हुई है वहीं रविवार के तूफान ने जिस तरह से नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में तबाही मचाई है, उसे दुरूस्त करना नि:संदेह चुनौती भी है। आंधी तूफान ने मचाये तबाही ने संयुक्त जिला कार्यालय को भी अपने चपेट में लेते हुये प्रवेष द्वार को नुकसान पहुंचाया है।
 

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