क्या मुंह ढंककर वोट देना संविधान में लिखा है : माधवी लता

“मैं एक बात स्पष्ट करना चाहती हूं, ये लोग जो संविधान बचाने का नारा लगाते हैं, उनसे यह पूछना चाहिए कि क्या मुंह ढककर वोट देना संविधान में लिखा है;

Update: 2024-11-20 23:23 GMT

रायगढ़। “मैं एक बात स्पष्ट करना चाहती हूं, ये लोग जो संविधान बचाने का नारा लगाते हैं, उनसे यह पूछना चाहिए कि क्या मुंह ढककर वोट देना संविधान में लिखा है?”

रायगढ़ के रामलीला मैदान में बुधवार को पुण्यश्लोक लोकमाता अहिल्या देवी होलकर की त्रि-शताब्दी जन्मजयंती समारोह में हिंदू विचारक डॉ. माधवी लता ने लोकमाता के अद्वितीय योगदान का स्मरण करते हुए यह विचार व्यक्त किए। समाज के सशक्तिकरण, लोककल्याण के लिए उनके कार्य आज भी प्रेरणा के स्रोत हैं। इस अवसर पर राज्य सभा सदस्य देवेंद्र प्रताप सिंह जी सहित अन्य गणमान्य नागरिक व बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।

उन्होंने आगे कहा, “बात केवल बुर्के की नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करने की है कि वोटिंग प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष हो। अगर मुंह ढककर वोट डालने की अनुमति है, तो क्या हम घूंघट पहनकर वोट डाल सकते हैं? यह जानना बेहद जरूरी है कि चेहरा ढकने वाला व्यक्ति महिला है, पुरुष है, या कोई विदेशी (बांग्लादेशी या पाकिस्तानी) आकर वोट दे रहा है।”

उन्होंने इस मुद्दे को हिंदुत्व और राष्ट्रवाद से जोड़ते हुए कहा, “ये लोग हिंदुओं, हिंदुत्व और भारत को कमजोर करने पर तुले हुए हैं। ऐसे लोगों को जल्द से जल्द देश से बाहर करना चाहिए ताकि भारत प्रगति कर सके।”

बंगलादेश में जजिया कर लागू होने के मौलाना के बयान पर उन्होंने कहा, “पहले बांग्लादेश में हिंदुओं पर जजिया कर लगाया गया था। ऐसे मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए।” उन्होंने विपक्ष के नेताओं पर निशाना साधते हुए पूछा, “कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस पर चुप क्यों हैं? उनसे और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा व पार्टी की नेता सोनिया गांधी से पूछना चाहिए कि वे इस पर अपनी राय क्यों नहीं रखते।”

छत्तीसगढ़ में आदिवासियों के धर्मांतरण के सवाल पर माधवी लता ने इसे गंभीर सामाजिक मुद्दा बताया। उन्होंने कहा, “आदिवासियों का लगातार धर्म परिवर्तन करने की कोशिश की जा रही है। इसका एक ही जवाब है कि हम सभी को आगे बढ़कर आदिवासियों को अपनाना चाहिए, उन्हें गले लगाना चाहिए और उनके उत्थान के लिए काम करना चाहिए। फिर किसी की हिम्मत नहीं होगी कि हमारे आदिवासियों का धर्मांतरण करा सके।”

गौरतलब है कि हैदराबाद से भारतीय जनता पार्टी की महिला नेत्री माधवी लता अपने बयानों की वजह से विवादों में रह चुकी है, बीते लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असादुदीन ओवैसी के खिलाफ चुनावी मैदान पर उतारा था, उस वक्त उनके खिलाफ एक मतदान केंद्र पर मतदान करने के लिए इंतजार कर रही महिलाओं से बुर्खा उठवाकर आईडी की जांच करने और उनसे पूछताछ करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था। वहीँ इससे पहले बीते 17 अप्रैल को एक वीडियो में कथित तौर पर उन्हें श्री राम नवमी रैली के दौरान एक मस्जिद की ओर प्रतीकात्मक रूप से तीर चलाते हुए दिखाया गया था।

आज रायगढ़ के रामलीला मैदान में पुण्यश्लोक लोकमाता अहिल्या देवी होलकर की त्रि-शताब्दी जन्मजयंती समारोह में हिंदू विचारक डॉ. माधवी लता सम्मिलित हुई एवं लोकमाता के अद्वितीय योगदान का स्मरण किया। समाज के सशक्तिकरण, लोककल्याण के लिए उनके कार्य आज भी प्रेरणा के स्रोत हैं।

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