लाकडाउन में राज्य सरकार किसानों को राहत प्रदान करे : वसुंधरा
भाजपा की उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थान में लाकडाउन के कारण उपज का लागत मूल्य ही नहीं मिल पाने से परेशान किसानों को राहत प्रदान करने का राज्य सरकार से आग्रह किया;
जयपुर। भारतीय जनता पार्टी की उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थान में लाकडाउन के कारण उपज का लागत मूल्य ही नहीं मिल पाने से परेशान किसानों को राहत प्रदान करने का राज्य सरकार से आग्रह किया है।
श्रीमती राजे ने आज सोशल मीडिया के जरिए कहा कि प्रदेश में इस बार करीब 100 लाख हेक्टेयर में रबी की फसल बोई गई। जिससे किसानों को भरपूर पैदावार के साथ ही अच्छे भाव मिलने की भी उम्मीद थी। लेकिन लॉकडाउन के कारण उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया, इसलिए राज्य सरकार से मेरा आग्रह है कि अतिशीघ्र किसानों को राहत प्रदान करें।
उन्होंने कहा कि देशभर में कोरोना महामारी से उपजे हालातों के कारण अन्नदाता को खाद्यान्न का ही नहीं, बल्कि फल-सब्जियों का भी लागत मूल्य नहीं मिल पा रहा है। मजबूरन किसानों को फल-सब्जियां यां तो बहुत कम दाम में बेचनी पड़ रही है, या फिर पशुओं को खिलानी पड़ रही है।
उन्होंने कहा कि सहकारिता विभाग द्वारा फसली ऋण में अपनाई जा रही बायोमैट्रिक प्रक्रिया से सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन होता है, जिसे तुरंत बंद कर देना चाहिए। साथ ही राज सहकार व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा व राज सहकार जीवन सुरक्षा बीमा योजना को भी पुनः संचालित कर किसानों को राहत प्रदान करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के समय में किसानों को फिलहाल दुगुनी मार झेलनी पड़ रही है। इसलिए राज्य सरकार पहले के मुकाबले खरीद केंद्रों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लेकर प्रत्येक 5 ग्राम पंचायतों पर एक खरीद केंद्र खोलें तथा किसानों को ब्याज मुक्त फ़सली ऋण का वितरण भी शीघ्र शुरू करें।
उन्होंने कहा कि फसल विक्रय के लिए बाजार उपलब्ध कराने में राज्य सरकार की विफलता के चलते किसानों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है। हमारी सरकार के समय 15 मार्च से कोटा तथा एक अप्रेल से प्रदेशभर में समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू हो जाती थी।