स्टालिन ने नारियल की खरीदी को लेकर मोदी को लिखा पत्र
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से केंद्र सरकार की मूल्य समर्थन योजना के तहत नारियल की खरीद के लक्ष्य को 56 हजार टन से बढ़ाकर 90 हजार टन करने तथा नारियल का उत्पादन करने वाले किसानों के हित में बाजार मूल्य को स्थिर कर सहायता करने की अपील की है;
चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से केंद्र सरकार की मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के तहत नारियल की खरीद के लक्ष्य को 56 हजार टन से बढ़ाकर 90 हजार टन करने तथा नारियल का उत्पादन करने वाले किसानों के हित में बाजार मूल्य को स्थिर कर सहायता करने की अपील की है।
श्री स्टालिन ने श्री मोदी को लिखे अर्द्ध-सरकारी पत्र में कहा कि राज्य में नारियल का उत्पादन करने वाले किसानों की ओर से पीएसएस के तहत नारियल की खरीदी में वृद्धि करने की मांग लगातार होती रही है।
उन्होंने कहा कि पीएसएस के तहत किसानों को लाल अनाज, हरित अनाज, काला अन्न तथा नारियल पर किसानों को न्यूनतन समर्थन मूल्य और स्थायी बाजार मूल्य मिलता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएसएस की खरीद केन्द्र सरकार के एक संगठन राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नेफेड) द्वारा की जाती है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु 4.46 हेक्टर भूमि पर नारियल की खेती करने राष्ट्रीय स्तर पर तीसरे नंबर पर और उत्पादकता के हिसाब से दूसरे नंबर पर है। राज्य में 53,518 लाख खोपरा होता है और प्रति हेक्टर खोपरा की उत्पादकता 11,692 है।
उन्होंने कहा कि पीएसएस के तहत नारियल की खरीदी की शुरुआत 2019 में हुई थी और इसके योजना के तहत नारियल की खरीदी नगण्य रही क्योंकि बाजार मूल्य न्यूनतम समर्थन मूल्य से अधिक था।
उन्होंने बताया कि साल 2022 में नारियल के उत्पादन में वृद्धि होने से ट्रेंड बदला। उत्पादन बढ़ने के कारण बाजार मूल्य 2500 से घटकर 1500 रुपये प्रति क्विंटन पर आ गया।