राम मंदिर निर्माण को लेकर श्री श्री रविशंकर के प्रयास गैर जरूरी: नरेन्द्र गिरि
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरि ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर आर्ट आफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर के प्रयास को गैर जरूरी करार दिया है;
लखनऊ। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरि ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर आर्ट आफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर के प्रयास को गैर जरूरी करार दिया है।
गिरि आज सुबह यहां मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पहुंचे। उनके साथ संत धर्मदास भी थे। दोनो ने श्री योगी से राममंदिर मसले के अलावा इलाहाबाद में 2019 में पड़ने वाले कुंभ मेले के आयोजन वाले को लेकर विचार विमर्श किया।
आज लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत स्वामी नरेंद्र गिरि जी, व अयोध्या अनि अखाड़ा के श्रीमहंत धर्म दास जी महाराज नें भेंट की। pic.twitter.com/kx3vxF8NJ1
मुख्यमंत्री से मिलने के बाद योगी ने पत्रकारों से कहा “ विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) और संत समाज अयोध्या में भव्य राममंदिर के निर्माण को लेकर प्रयत्नशील है। ऐसे में श्री श्री समेत अन्य किसी के इस मसले में हस्तक्षेप की कोई जरूरत नही है। ”
Who is Sri Sri Ravi Shankar to mediate? He should continue running his NGO & hoarding foreign funds, I believe he has amassed a lot of wealth & to avoid a probe he has jumped into #RamTemple issue: Former BJP MP Ram Vilas Vedanti pic.twitter.com/OovKekDhW9
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने कहा कि आध्यात्मिक गुरू को अपना गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) चलाने पर ध्यान देना चाहिये। उन्हे संत समाज के प्रयासों पर हस्तक्षेप नहीं करना चाहिये।
दूसरी ओर, बिना किसी ठोस सबूत के संत समाज ने दावा किया है कि मंदिर निर्माण के लिये समाज इसी महीने उच्चतम न्यायालय के समक्ष एक तर्कसंगत फार्मूला प्रस्तुत करेगा और उम्मीद है कि अगले महीने से मंदिर निर्माण शुरू हो जाये।