खादी बेरोजगारी की समस्या का समाधान : पचौरी

उत्तर प्रदेश के खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी ने कहा कि खादी बेरोजगारी की समस्या का समाधान है;

Update: 2019-01-17 00:53 GMT

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी ने कहा कि खादी बेरोजगारी की समस्या का समाधान है।

श्री पचौरी ने कुम्भ मेला में राष्ट्रीय खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी के उद्घाटन के अवसर पर बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि खादी बेरोजगारी की समस्या का समाधान है। खादी के उत्पादन से सम्पन्नता आएगी। खादी से ही गांव, गरीब और नव जवान का विकास होगा।

उन्होंने कहा कि बाहर खादी की मांग में 40 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। अब लोग गुणवत्तायुक्त खादी चाहते हैं। खादी सूत एवं खादी वस्त्र के उत्पादन को सुलभ बनाने एवं गति प्रदान करने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने सोलर चर्खा द्वारा उत्पादन को ‘खादी’ की मान्यता प्रदान किया है। इस मामले में उत्तर प्रदेश देश का पहला प्रदेश है।

ग्रामोद्योगमंत्री ने कहा कि गांधी जी ने नारा दिया था, ‘स्वदेशी और स्वालंबन।” उस नारे को किसी सरकार ने 70 सालों में कोई महत्व नहीं दिया। प्रदेश सरकार खादी को सोलर के माध्यम से खादी चरखे का वितरण करके जन-जन तक खादी को पहुंचाने का कार्य कर रही है और लोगों को इसे जोड़ रहे हैं।

श्री पचौरी ने कहा कि खादी का हरित खादी से समझौता हुआ है जिसमें गांव की महिलाएं जितना माल तैयार करेंगी, हरित खादी उसे खरीदेगी। सरकार महिलाओं को कच्चा माल और मजदूरी भी देगी। महिलाओं को प्रशिक्षण के साथ सोलर चर्खें भी दिये जायेंगे।इससे उनमें संपन्नता अायेगी ओर रोजगार के अवसर मिलेगा। गांव की महिलाओं को जोड़ने का इतना बड़ा प्रयास पिछली किसी सरकारों ने नहीं किया जितना सार्थक प्रयास सूबे की सरकार कर रही है।

ग्रामोद्योगमंत्री ने कहा कि महिलाओं को प्रशिक्षण की व्यवस्था करेगी जिसे पहले खादी बोर्ड नहीं करता था। खादी बोर्ड अब समितियों के सहारे नहीं रहेगा।

उन्होंने कहा कि खादी पर पहले 108 दिन छूट मिलता था लेकिन प्रदेश सरकार ने बढ़ा कर 365 दिन कर दिया। पहले 15 प्रतिशत खादी पर छूट थी लेकिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर पांच प्रतिशत छूट और दिया जायेगा। खादी में भ्रष्टाचार के सारे रास्ते बन्द कर दिये गये हैं, और भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं होगा।

श्री पचौरी ने कहा कि वह एक अभिनव प्रयास कर रहे हैं जिसमें गाय की उपेक्षा नहीं सम्मान मिले उसका अभिवादन हो। हम गाय को प्रोफेबल बनायेंगे। हम उसके गोबर और मूत्र को ‘हरित खादी’ खरीदेगी और वह विभिन्न उत्पाद तैयार करेगी। उन्होंने बताया कि जहां गोशालाएं होंगी वहां से गौ मूत्र खरीदा जायेगा।

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