जी7 शिखर सम्मेलन में अमेरिका के बिना ही छह देश समझौते पर हस्तारक्षर कर सकते हैं: मैक्रों
फ्रांस के राष्ट्रपति ने गुरुवार को अपने समकक्ष अमेरिकी राष्ट्रपति को आगाह करते हुए कहा कि जी7 शिखर सम्मेलन में अमेरिका के बिना सिर्फ छह देश समझौते पर हस्तारक्षर कर सकते हैं;
क्यूबेक। फ्रांस के राष्ट्रपति ने अपने समकक्ष अमेरिकी राष्ट्रपति को आगाह करते हुए कहा कि जी7 शिखर सम्मेलन में अमेरिका के बिना सिर्फ छह देश समझौते पर हस्तारक्षर कर सकते हैं।
मैक्रों ने अन्य जी7 सदस्य देशों फ्रांस, कनाडा, जर्मनी, जापान, ब्रिटेन और इटली का जिक्र करते हुए ट्वीट कर कहा, "अमेरिका राष्ट्रपति को अलग-थलग होने पर शायद फर्क नहीं पड़े लेकिन अगर जरूरत पड़े तो हम छह देश ही समझौते पर हस्ताक्षर करने में नहीं हिचकेंगे।"
The American President may not mind being isolated, but neither do we mind signing a 6 country agreement if need be. Because these 6 countries represent values, they represent an economic market which has the weight of history behind it and which is now a true international force https://t.co/UA86fcjozs
उन्होंने कहा, "क्योंकि ये छह देश मूल्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं, वे एक आर्थिक बाजार का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसके पास इसके पीछे के इतिहास का गौरव है और जो अब सच में अंतर्राष्ट्रीय शक्ति है।"
समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने कुछ बिंदुओं का उल्लेख करने के लिए ट्विटर का रुख किया, जिनका जिक्र उन्होंने कनाडा में जी7 शिखर सम्मलेन शुरू होने से पहले गुरुवार को कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन टड्रो के साथ ओटावा में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान किया।
ट्रूडो के साथ संवाददाता सम्मेलन के दौरान मैक्रों ने कहा कि ट्रंप के जलवायु परिवर्तन और मुक्त व्यापार के खिलाफ उठाए कदम के जवाब में फ्रांस जी7 संयुक्त घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर नहीं करेगा।