मौका मिला तो धीरेन्द्र शास्त्री की कथा सुनेंगे सीमा-सचिन
नाम के हैदर आगे लगाने पर सीमा ने जताई आपत्ति;
रबूपुरा। भारतीय प्रेम के लिए पाकिस्तान छोड़कर आई सीमा हैदर की आस्था के कदम लगातार हिन्दू संस्कृति में बढ़ते जा रहे हैं। हिन्दू परम्परा अनुरूप पूजा अर्चना जारी है। सावन मास के प्रथम सोमवार सुबह उठकर सीमा ने स्नान कर शिव भोले की पूजा की जलाभिषेक किया। तदुपरांत अपने घरेलू कार्याे में जुट पाती तब तक घर पर मीडिया का जमावड़ा लग गया। मीडियाकर्मियों को सीमा -सचिन से बात करने के लिए घण्टों तक इंतजार करना पड़ा तथा सुबह से शाम तक मारामारी मची रही।
हिंदुत्व की धार्मिक आस्थाओं के सम्बंध में पूछे जाने पर सीमा कहती हैं हिन्दू धर्म अपना कर उन्हें जो खुशी का अहसास हो रहा है उसे शब्दों से बयां नहीं किया जा सकता। धीरे-धीरे वह अपने आप को हिंदुत्व की भावना व परम्पराओ में ढाल रहीं हैं। विधिवत पूजा अर्चना करते हुए उन्हें सकून की अनुभूति हो रही है।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए सीमा ने बताया कि अभी गंगा स्नान या घर से बाहर पूजा करने की प्रशासनिक अनुमति नहीं दी जा रही है। अनुमति मिलने पर बदस्तूर मंदिर जाकर पूजन करेंगी। साथ ही मौका मिला तो ग्रेटर नोएडा में आयोजित बाघेश्वर धाम धीरेन्द्र शास्त्री की कथा अवश्य सुनेंगी। सीमा हैदर ने धार्मिक आयोजन बेहद पसंद होने का दावा करते हुए कहा कि इस कथा का आयोजन अपने क्षेत्र में हो रहा है अतः वह प्रसाशन से मांग करती हैं कि उन्हें बाघेश्वर धाम कथा में जाने की अनुमति दी जाए।
’नाम के आगे ना लगाएं हैदर’
पिछले कई दिनों से अपनी प्रेम कहानी को लेकर सुर्खियों में रह रही सीमा हैदर कहती हैं कि हिदू धर्म अपना कर नेपाल में वह सचिन से शादी कर चुकी हैं लेकिन आज भी सीमा हैदर ही बोला जा रहा है।
इस बात को लेकर वह काफी आहत हैं। अब जब धर्म बदल लिया तो नाम के पीछे हैदर लगाने का क्या औचित्य रह जाता है। मीडियाकर्मियों व लोगों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि मैं सभी से अपील करती हूं अब उन्हें सीमा-सचिन या सीमा मीणा के नाम से पुकारा जाए।
’गुलाम हैदर पर लगाये गम्भीर आरोप’ एक तरफ जहां सीमा हैदर के पूर्व पति गुलाम हैदर सरकार से अपनी पत्नी व बच्चों को वापिस दिलाने की गुहार लगा रहे हैं वहीं सीमा उन पर गम्भीर आरोप लगा रहीं हैं। सीमा कहती हैं कि पति द्वारा उनके साथ मारपीट की जाती थी तथा विभिन्न प्रकार से प्रताड़ित किया जाता था। अगर उन्हें व बच्चों को प्यार व अपनापन मिलता तो वह ये कदम कभी नहीं उठाती।
उन्हें बच्चों समेत वापिस बुलाने के लिए कई तरह की साजिश रची जा रही है लेकिन अपने जुर्म की एवज में पूरी जिंदगी भले ही सलाखों के पीछे गुजरानी पड़े या सरकार कोई सजा दे भुगत लेंगी लेकिन कभी पाकिस्तान वापिस नहीं जाएंगी अन्यथा उनकी हत्या कर दी जाएगी। वह अपने पिता के घर में रहती थीं जिसे बेचकर भारत आई और सचिन से शादी कर ली है तथा किसी भी हालत में सचिन के साथ ही जिंदगी गुजरेगी।
गुलाम हैदर के तलाक नहीं दिए जाने के दावे को खारिज करते बताया कि वो पहले ही तलाक दे चुके हैं और अब मैंने धर्म परिवर्तन कर लिया है तो उनसे मेरा कोई वास्ता नहीं है। अगर फिर भी कोई आवश्यकता पड़ती है तो वह कानूनी रूप से भी तलाक देने को तैयार हैं।
’भीड-भाड से परेशान हो रहे परिजन’ जेल से रिहाई के बाद जैसे ही सचिन व सीमा अपने घर पहुंचे तो लोगों का आवागमन शुरू हो गया और देखते ही देखते मीडियाकर्मियों व स्थानीय लोगों की भीड़ बढ़ती चली गई। पिछले तीन दिन से ये हालत हैं कि सुबह से लेकर शाम तक खाना-पीना भी मुश्किल हो रहा है। जिसके चलते बच्चे व अन्य परिजन काफी परेशान हैं।
बताया जाता सोमवार को सुबह से ही बात करते करते शाम को सीमा की तबियत भी कुछ खराब हो गई थी। परिजन बोले सभी से गुजारिश है कम से कम समय मे अपनी बात कर थोड़ा राहत की सांस लेने दें।
गौरतलब है कि पब्जी खेल के दौरान रबूपुरा निवासी सचिन के संपर्क में आई पाकिस्तान के करांची निवासी सीमा हैदर अपने चार बच्चों के साथ नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर में सचिन से शादी जर ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा आकर अवैध रूप से रहने लगी थी।
जिसे पुलिस ने 4 जुलाई को हरियाणा से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। सीमा व सचिन के वकील की दलील पर न्यायालय ने 7 जुलाई को सशर्त जमानत पर रिहा कर दिया। जिसके बाद से सीमा, सचिन के रबूपुरा स्थित घर पर रह रही है।