समलैंगिकता पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला सहिष्णु समाज की ओर एक महत्वपूर्ण कदम: कांग्रेस
कांग्रेस ने आज सर्वोच्च न्यायालय के समलैंगिकता को अपराध नहीं करार देने के फैसले को 'बेहद महत्वपूर्ण' बताया और कहा कि यह एक उदार और सहिष्णु समाज की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है;
नई दिल्ली। कांग्रेस ने आज सर्वोच्च न्यायालय के समलैंगिकता को अपराध नहीं करार देने के फैसले को 'बेहद महत्वपूर्ण' बताया और कहा कि यह एक उदार और सहिष्णु समाज की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक ट्वीट में कहा, "सर्वोच्च न्यायालय का धारा 377 पर फैसला बेहद महत्वपूर्ण है। एक पुराना औपनिवेशिक कानून जो आज के आधुनिक समय की सच्चाई से अलग था, समाप्त हो गया, मौलिक अधिकार बहाल हुए हैं और लैंगिक-रुझान पर आधारित भेदभाव को अस्वीकार किया गया है।"
Supreme Court verdict on #Section377 is momentous.
An age-old colonial law, that was an anachronism in today’s modern times, ends restoring the fundamental rights & negating discrimination based on sexual orientation. It’s an imp step forward towards a liberal, tolerant society.
उन्होंने कहा, "यह एक उदार और सहिष्णु समाज की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।"
सर्वोच्च न्यायालय ने भारत में एलजीबीटीआईक्यू (समलैंगिक समुदाय) के पक्ष में एक ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए समलैंगिक यौन संबंध को अपराध नहीं बताया है, जिसके बाद कांग्रेस की यह टिप्पणी आई है।
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने शीर्ष अदालत के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि यह फैसला गोपनीयता, गरिमा और संवैधानिक स्वतंत्रता के आधार पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 377 पर उनके रुख को सही साबित करता है।
My take on today’s news: Section 377 Ruling: Pride Restored, Judiciary No More an Iron Cage https://t.co/J6lhgeTeNu
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) September 6, 2018
उन्होंने कहा, "यह जानकर खुशी हुई कि सर्वोच्च न्यायालय ने निजी तौर पर किए जाने वाले यौन कृत्यों को अपराध बताने के खिलाफ आदेश दिया है।"
थरूर ने एक ट्वीट में कहा, "यह फैसला धारा 377 और गोपनीयता, गरिमा और संवैधानिक स्वतंत्रता के आधार पर मेरे रुख को सही साबित करता है। यह उन भाजपा सांसदों के लिए शर्म की बात है, जिन्होंने लोकसभा में शोरगुल के साथ मेरा विरोध किया था।"