संघ प्रमुख ने एक सांस में लिया हनुमान, शिवाजी, हेडगेवार का नाम
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने दिल्ली में मंगलवार को एक पुस्तक के विमोचन के दौरान एक सांस में हनुमान, शिवाजी और आरएसएस संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार का नाम लिया;
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने दिल्ली में मंगलवार को एक पुस्तक के विमोचन के दौरान एक सांस में हनुमान, शिवाजी और आरएसएस संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार का नाम लिया। भागवत ने अपने संबोधन में आरएसएस को उदारवादी चेहरे के रूप में पेश करते हुए आरएसएस के भीतर असंतोष पनपने के महत्व पर जोर दिया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की छात्र विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के प्रमुख सुनिल अम्बेकर की नई किताब के विमोचन के मौके पर उन्होंने कहा, "हमारे यहां मतभेद हो सकते हैं लेकिन मनभेद नहीं।"
उन्होंने कहा कि ऐसा जरूरी नहीं है कि आरएसएस से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति का किसी खास मुद्दे पर संघ के समान ही विचार हो। उन्होंने यहां तक कहा कि भाजपा के साथ मतभेद होना आम बात है। लेकिन आरएसएस बहस में नहीं, बल्कि सहमति तक पहुंचने में विश्वास करता है।
भागवत ने कहा, "आरएसएस पुस्तकों पर प्रतिबंध लगाने में विश्वास नहीं करता, कोई भी हमारे बारे में बोल सकता है। हम भले ही ²ष्टिकोण से सहमत हो या ना हों, आरएसएस प्रतिबंध के लिए कभी नहीं कहता।"
उन्होंने आरएसएस के वरिष्ठ कार्यकर्ता और किताब के लेखक अम्बेकर की तारीफ करते हुए कहा कि यह पुस्तक संघ के बारे में दुनिया को बताने का एक ईमानदार प्रयास है।