यूक्रेन पर रूस के हमले की आशंका
रूस और यूक्रेन को लेकर बढ़ते तनाव के बीच रूस और बेलारूस ने 10 फरवरी को हाल के बरसों में सबसे बड़ा संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू किया है। आधुनिक हथियारों के साथ हजारों सैनिक बेलारूस में 20 फरवरी तक 'एलाइड रिजॉल्यूशन 2022' अभ्यास में भाग ले रहे हैं।;
रूस और यूक्रेन को लेकर बढ़ते तनाव के बीच रूस और बेलारूस ने 10 फरवरी को हाल के बरसों में सबसे बड़ा संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू किया है। आधुनिक हथियारों के साथ हजारों सैनिक बेलारूस में 20 फरवरी तक 'एलाइड रिजॉल्यूशन 2022' अभ्यास में भाग ले रहे हैं।
खबरों के मुताबिक 30 हजार से अधिक रूसी सैनिक अगले 10 दिनों तक सैन्य अभ्यास करेंगे। युद्ध अभ्यास यूक्रेन के साथ ही पोलैंड और लिथुआनिया के पास किए जा रहे हैं। बता दें कि पोलैंड और लिथुआनिया नाटो के सदस्य हैं। यह युद्ध अभ्यास ऐसे वक्त में हो रहा है जब रूस ने एक लाख से अधिक सैनिक यूक्रेन बॉर्डर पर तैनात किए हुए हैं। इस अभ्यास को लेकर अमेरिका और नाटो ने चिंता जताई है। नाटो ने चेतावनी दी है कि यूक्रेन पर हमला करने से पहले रूस युद्ध अभ्यास कर रहा है। जानकारों का कहना है कि रूस इस ताक में है कि अगर नाटो, अमेरिका या यूक्रेन कोई रूस विरोधी कदम उठाता है तो मॉस्को इस बहाने यूक्रेन पर हमला कर सकता है।अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मॉस्को को धमकी दी है कि अगर रूस यूक्रेन पर हमला करता है तो क्रेमलिन पर ऐसे-ऐसे प्रतिबंध लगाए जाएंगे जो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने देखे नहीं होंगे। अमेरिका ने लगातार कहा है कि रूस यूक्रेन पर फरवरी के आखिरी तक हमला कर सकता है। हालांकि मॉस्को ने यूक्रेन पर आक्रमण करने से इनकार किया है। क्रेमलिन ने पश्चिमी देशों पर रूस की सुरक्षा को कमजोर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।