मीडिया में आ रही अफवाहों का आरएसएस ने किया खंडन
आरएसएस से संबद्ध शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास ने मीडिया में आ रही उन रिपोर्टों का खंडन किया है;
नयी दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास ने मीडिया में आ रही उन रिपोर्टों का खंडन किया है कि उसने कभी राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद की पाठ्यपुस्तकों से रवींद्रनाथ टैगोर की रचनाएं और उनके विचार हटाने की सिफारिश की थी।
साथ ही न्यास ने संबंधित समाचारपत्र के खिलाफ मानहानि का मामला दायर करने की धमकी भी दी है। संगठन ने यहां एक बयान जारी करके कहा कि इस तरह की बेबुनियाद और प्रायोजित खबर प्रकाशित करके समाचारपत्र ने केवल लोगों का ध्यान भटकाने का प्रयास किया है।
न्यास की आेर से अतुल कोठारी द्वारा एनसीईआरटी को भेजे गये पत्र में छठी से बारहवीं कक्षा की पुस्तकों की कमियों और उनकी सीमाओं की आेर ध्यान आकर्षित कराया गया था। पत्र में रवींद्रनाथ टैगोर की रचनाओं को हटाने के संबंध में कोई बात नहीं लिखी गयी थी। संगठन ने कहा कि संबंधित अखबार को कानूनी नोटिस भेजा जाएगा। उसके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने की तैयारी की जा रही है।