मच्छरजनित बीमारियों के प्रति जागरूकता लाने में पार्षदों की भूमिका प्रभावी

पूर्वी दिल्ली में डेंगू-चिकनगुनिया-मलेरिया जैसी बीमारियों की रोकथाम और उनके बचाव के बारे में लोगों को जागरूक किया जा रहा है;

Update: 2017-07-27 13:17 GMT

नई दिल्ली (देशबन्धु)। पूर्वी दिल्ली में डेंगू-चिकनगुनिया-मलेरिया जैसी बीमारियों की रोकथाम और उनके बचाव के बारे में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। साथ ही डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर (डीबीसी) घर-घर जाकर मच्छरों की ब्रिडिंग रोकने संबंधी उपाय करने में जुटे हैं। उक्त बातें पूर्वी दिल्ली नगर निगम एवं दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (डीएमए) के सामूहिक प्रयास से आयोजित मलेरिया एवं डेंगू रोधी माह के उद्धाटन अवसर पर महापौर नीमा भगत ने  मंगलवार को कहीं। उन्होंने कहा कि दिल्ली को डेंगू रहित बनाने के अभियान में जनता का सहयोग अपेक्षित है। इसमें सत्तापक्ष के साथ प्रतिपक्ष भी शामिल है।

इस अवसर पर डीएमए के सचिव डॉ पुनीत धवन ने कहा कि डॉक्टर न सिर्फ डेंगू-चिकनगुनिया-मलेरिया जैसी बीमारियों से पीड़ित मरीजों का ईलाज कर रहे हैं बल्कि मरीजों को इनसे बचाव के तरीके भी समझा रहे हैं। जनता को मच्छरजनित बीमारियों के प्रति जागरूक करने के अभियान में स्थानीय पार्षदों की भूमिका अन्य लोगों से ज्यादा प्रभावी सिद्ध हो सकती है। लिहाजा इस मामले में पार्षदों को शिक्षित किया जाना भी जरुरी है। डॉ धवन ने बताया कि डीएमए जल्द ही डेंगू-चिकनगुनिया-मलेरिया जैसी बीमारियों के प्रति नई दिल्ली नगरपालिका परिषद् (एनडीएमसी), उत्तरी दिल्ली नगर निगम, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम और दिल्ली कैंटोनमेंट बोर्ड के साथ भी जागरूकता अभियान चलाएगा। गीता कॉलोनी स्थित समुदाय भवन में आयोजित समारोह में उपमहापौर विपिन बिहारी और नेता प्रतिपक्ष अब्दुल रहमान के अतिरिक्त डीएमए के अध्यक्ष डॉ विजय कुमार मल्होत्रा, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के प्रोजेक्ट चेयरमैन डॉ वीके मोंगा, स्थानीय पार्षद, निगम स्वास्थ्य अधिकारी और स्थानीय नागरिक भी उपस्थित थे।

 विपिन बिहारी सिंह ने कहा कि डेंगू रोधी कार्यक्रम के क्रियान्वयन में जनता की भागीदारी बहुत जरुरी है। वहीं, निगम स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एन आर दास ने समारोह में मौजूद लोगों को मच्छरों की उत्पत्ति के चक्र के बारे में विस्तार से बताया। उन्होने कहा कि डेंगू , चिकुनगुनिया फैलाने वाला एडीज मच्छर साफ स्वच्छ पानी में पनपता है इसलिए अपने घर में व आस पास पानी इकटठा ना होने दें। डॉ दास ने कहा कि इस संबंध मेंं तमाम प्रचार माध्यमों द्वारा जनता को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है, लेकिन जनसहयोग के बिना हमारे सभी प्रयास निरर्थक है।

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