बिहार में अब राजद के मंत्री भी लगाएंगे 'जनता दरबार', लोगों की समस्याओं का होगा निराकरण
बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) कोटे के मंत्री भी राजद के प्रदेश कार्यालय में 'जनता दरबार' लगाएंगे;
पटना। बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) कोटे के मंत्री भी राजद के प्रदेश कार्यालय में 'जनता दरबार' लगाएंगे, जिसमें लोगों की समस्याओं की सुनवाई होगी उनका समाधान होगा।
राजद के प्रवक्ता चितरंजन गगन ने सोमवार को बताया कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के निर्देश पर यह सुनवाई कार्यक्रम की शुरूआत 22 नवंबर से हो रही है। इस दिन सरकार में शामिल राजद कोटे के मंत्री दोपहर एक बजे से लेकर तीन बजे तक लोगों की फरियाद सुनेंगे।
उन्होंने बताया कि 22 नवंबर से शुरू हो रहे इस कार्यक्रम के तहत पहले दिन राजस्व और भूमि सुधार मंत्री आलोक मेहता और सूचना प्रोद्योगिकी मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी अपने-अपने विभाग से जुड़ी जन सरोकार की समस्याओं और शिकायतों को सुनेंगे और उसका निराकरण करेंगे।
उन्होंने कहा कि फिलहाल अन्य मंत्रियों के सुनवाई कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार नहीं हुई है।
उल्लेखनीय है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले से ही जनता दरबार लगाकर विभागवार लोगों की समस्या सुनते हैं।
इधर, विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा भी भाजपा के प्रदेश कार्यालय में प्रत्येक मंगलवार को जनकल्याण संवाद के जरिए लोगों की समस्या सुनते हैं और निराकरण करने की कोशिश करते हैं। इससे पहले जदयू के मंत्री जनता दरबार लगाकर लोगों की फरियाद सुनते रहे हैं।
भाजपा जब सत्ता में थी तब भी भाजपा प्रदेश कार्यालय में भाजपा कोटे के मंत्री 'सहयोग' कार्यक्रम के तहत लोगों की समस्या सुनते थे।