सूरजकुंड में छा गया हरियाणा का रेजा
वर्षों पहले चरखे से कताई कर घर-घर में प्रयोग होने वाले रेजा कपड़े को रोहतक की अंतरराष्ट्रीय स्तर की फैशन डिजाईनर ललिता ने फिर से विश्व स्तर पर पहचान दिलाने का बीड़ा उठाया है।;
फरीदाबाद। वर्षों पहले चरखे से कताई कर घर-घर में प्रयोग होने वाले रेजा कपड़े को रोहतक की अंतरराष्ट्रीय स्तर की फैशन डिजाईनर ललिता ने फिर से विश्व स्तर पर पहचान दिलाने का बीड़ा उठाया है।
अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में तो उनके काते गए रेजा की जबरदस्त धूम है। देशी हो या विदेशी पयर्टक हर कोई यहां के रेजा से बने इंडो वेस्टर्न और वेस्टर्न लुक के कपड़ों को देखकर जरूर ठहर जाता है।
अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेला में स्टॉल नंबर 988 पर अपना स्टॉल लगाए हुए रोहतक के बोहर गांव निवासी ललिता ने बताया कि वह अब तक रितू बेरी सहित कई अंतरराष्ट्रीय फैशन डिजाईनरों के साथ काम कर चुकी हैं।
बड़े फैशन शो में काम करते हुए उसे महसूस हुआ कि जब हर प्रदेश व देश अपने लिवास को प्रोत्साहित कर रहा है तो क्यों न हरियाणा के रेजा को भी प्रोत्साहित किया जाए। इसके बाद उसने गांव आकर आस-पास के गांवों 200 महिलाओं को इकट्ठा किया।
यहां उसने 100 प्रतिशत आर्गेनिक फेब्रिक को कताई कर उससे रेजा के वस्त्र तैयार करने शुरू किए।ललिता ने बताया कि जब वह पहली बार फैशन शो के लिए रेजा के वस्त्र लेकर गई तो कई मॉडलों ने उसके रेजा वस्त्रों को प्रदर्शित करने की इच्छा जाहिर की।