भोपाल में गूंजा 'वंदे मातरम्'
मध्य प्रदेश में 13 साल से चली आ रही परंपरा के अनुसार, शुक्रवार को राजधानी के मंत्रालय के सामने स्थित सरदार पटेल उद्यान में वंदे मातरम् गूंजा;
भोपाल। मध्य प्रदेश में 13 साल से चली आ रही परंपरा के अनुसार, शुक्रवार को राजधानी के मंत्रालय के सामने स्थित सरदार पटेल उद्यान में वंदे मातरम् गूंजा। इस मौके पर मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। पूर्व में जनवरी की एक तारीख को वंदे मातरम् न होने पर विवाद हो चुका है। शुक्रवार का दिन खास इसलिए था, क्योंकि, पाकिस्तान में हिरासत में लिए गए वायुसेना के पायलट अभिनंदन की देश वापसी होने वाली थी। राज्य में 13 साल पहले महिने के एक तारीख को मंत्रालय के उद्यान में वंदे मातरम् गाए जाने की परंपरा की शुरुआत हुई। उसी क्रम में शुक्रवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में मंत्रालय के समक्ष सरदार पटेल पार्क में राष्ट्रगीत 'वंदे मातरम्' और राष्ट्रगान 'जन-गण-मन' का सामूहिक गायन हुआ।
गायन से पहले विधि-विधायी कार्य एवं जनसंपर्क मंत्री पी.सी. शर्मा ने शौर्य स्मारक से मंत्रालय तक के सामूहिक मार्च में शामिल हुए। पुलिस बैंड के साथ आगे बढ़ रहे सामूहिक मार्च में जन-सामान्य स्वेच्छा से बड़ी संख्या में जुड़ गए। इस सामूहिक वंदे मारतम् गायन में हिस्सा लेने वाले कर्मचारियों व अन्य लोगों का उत्साह कुछ ज्यादा ही था, क्योंकि पाकिस्तान द्वारा हिरासत में लिए गए वायुसेना के पायलट अभिनंदन की वापसी होने वाली थी।
सरदार पटेल पार्क में राष्ट्रगीत वंदेमातरम् के गायन से पहले शाजापुर जिले के ग्राम झोंकर के लोकगीत गायक बाबूलाल धोलपुरे ने 'म्हारो भारत, महान प्यारो' और 'हम भारत का वासी रे भाई, मानव हमारी जात' गीत प्रस्तुत कर समां बांधा। भोपाल के आकृति मेहरा ग्रुप और पुलिस बैंड की धुन पर जन-समुदाय समवेत स्वर में 'वंदे मातरम्' और 'जन-गण-मन' के सामूहिक गायन में शामिल हुआ। इस दौरान पटेल उद्यान क्षेत्र तथा सामूहिक मार्च के मार्ग को विशेष रूप से सजाया गया था।
राज्य में दिसंबर में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद एक जनवरी को सरदार पटेल उद्यान में सामूहिक वंदे मातरम् का आयोजन न होने पर भाजपा ने भारी विरोध दर्ज कराया था। उसके बाद मुख्यमंत्री को नए स्वरूप में वंदे मातरम् कराए जाने का ऐलान करना पड़ा था।