रेलवे की उदासीनता से ग्रामवासियों में नाराजगी
देशव्यापी लॉकडाउन के कारण मार्च माह से बंद रहे डेमो ट्रेन को 6 माह बाद विगत 5 सितंबर से रायपुर से दल्लीराजहरा होकर केंवटी स्टेशन तक परिचालन किया जा रहा था;
दल्लीराजहरा/डौण्डी। देशव्यापी लॉकडाउन के कारण मार्च माह से बंद रहे डेमो ट्रेन को 6 माह बाद विगत 5 सितंबर से रायपुर से दल्लीराजहरा होकर केंवटी स्टेशन तक परिचालन किया जा रहा था लेकिन इस दौरान डेमो ट्रेन मेें रेलवे की आशा अनुरूप यात्रियों की संख्या नहीं होने से रेलवे को नुकसान का कारण बताते हुए इसे 1 अक्टूबर से पुन: बंद कर दिया गया है और इसे पुन: शुरू करने पर रेलवे विभाग की उदासीनता को लेकर क्षेत्रवासियों में रायपुर रेल मण्डल के प्रति खासी नाराजगी पनप रही है।
गौरतलब हो कि देशव्यापी लॉकडाउन के परिपालन में रेलवे विभाग द्वारा 22 मार्च से लगभग 6 माह तक बंद रहने के बाद रेल मंत्रालय के निर्देश पर विगत 5 सितंबर से डीडीएम पैसेंजर का संचालन शुरू किया गया था। लेकिन इस बीच कोरोना संक्रमण फैलने के मद्देजनर इस केंवटी से रायपुर तक चलने वाले डीडीएम पैंसेजर मेें यात्रियों की संख्या में काफी कमी देखी गई। जिसके बाद निर्णय लेकर इस डीडीएम पैसेंजर का संचालन 1 अक्टूबर से बंद कर दिया गया। अब एक माह के बाद भी रायपुर मण्डल द्वारा इस क्षेत्रवासियों के लिए बहुउपयोगी एकमात्र डीडीएम पैसेंजर का संचालन करने के मामले में लगातार उदासीनता बरती जा रही है जबकि क्षेत्र के व्यापारियों, जनप्रतिनिधियों एवं श्रमिक संगठन पदाधिकारियों ने हाल ही में रायपुर रेल मण्डल के नाम ज्ञापन प्रेषित कर इस क्षेत्र के लोगों के लिए यात्रा की जरूरतों एवं परेशानी पर ध्यानाकर्षण कराते हुए क्षेत्रवासियों के लिए सस्ती एवं अच्छी यात्रा सुविधा के लिए उपयोगी एकमात्र डीडीएम पैसेंजर को केंवटी से रायपुर तक जल्द से जल्द चलाकर क्षेत्र के लोगों को यात्रा के लिए हो रही परेशानी को दूर करने की मांग की है। इसके बावजूद देखा जा रहा है कि रायपुर रेल मण्डल में बैठे अधिकारी इस ओर उचित ध्यान नहीं दे रहे हैं। जिसके कारण वर्तमान मेें नगरवासियों के साथ साथ आसपास ग्रामवासियों मेंं रायपुर रेल मण्डल के प्रति खासी नाराजगी बन रही है।
इस संबंध में क्षेत्र के लोगों ने कहा कि लॉकडाउन से पहले फरवरी माह तक यह डेमो टे्रन केंवटी स्टेशन से छूटकर सुबह 5:50 बजे दल्लीराजहरा स्टेशन पहुंचती थी तक यहां ट्रेन के सभी बोगियों की सीटें फुल हो जाती थी। जिसके बाद कुसुमकसा व बालोद स्टेशन से कुछ ही यात्रियों को सीट मिलती थी और अधिकांश लोग खड़े खड़े सफर करने के लिए मजबूर हो जाते थे। इससे आगे भीड़़ इतनी रहती थी कि लाटाबोड़, सिकोसा, गुण्डरदेही आदि स्टेशन केे यात्रियों को ट्रेन के बोगी में प्रवेश मिल जाये तो वे इसे अपना भाग्य समझते थे और सैकड़ों लोग अपने परिवार के बच्चे व महिलाओं के साथ दुर्ग तथा रायपुर तक खड़े होकर सफर करते थे। उस समय यात्रियों की भीड़ बढऩे से रेलवे को खासा आय प्राप्त हो रहा था लेकिन यात्रियों को भीड़भाड़ में हो रही परेशानी को कम करने के लिए रायपुर रेल मण्डल ने कुछ नहीं किया और अब उसी ट्रेन में यात्रियों की कमी होने से नुकसान का रोना रोककर रेल मण्डल प्रबंधन द्वारा केंवटी से रायपुर तक चलने वाले पैसेंजर को बंद कर दिया है।
मरौदा- दल्लीराजहरा रेल लाईन पर दल्लीराजहरा के खदानों से निकलने वाले लौह अयस्क का परिवहन निरंतर हो रहा है। जानकारी के अनुसार एक दिन में पांच छह रैक प्रतिदिन भिलाई इस्पात संयंत्र के लिए रवाना किया जाता है जिसके एवज में रेलवे को प्रतिदिन लाखों रूपए का आय प्राप्त हो रहा है। इसके बाद भी इस क्षेत्र के लोगों के लिए दी गई एकमात्र पैसेंंजर ट्रेन की सुविधा को छीनकर रेलवे यहां के लोगों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि वर्तमान में कोरोना का संक्रमण काफी कम हो गया है और लोग अपने अनेक कार्यों के लिए मरौदा, दुर्ग, भिलाई, कुम्हारी, रायपुर, आदि क्षेत्र में आना जाना चाहते हैं। लेकिन चाहकर भी वे अपने कार्यों को टालने के लिए मजबूर हैं
एक फेरा में चलाये जाने से हो रहा था नुकसान:क्षेत्रवासियों का कहना है कि डेमो ट्रेन मेें यात्रियों की संख्या में कमी होने के प्रमुख कारण पर रायपुर रेल मण्डल द्वारा उचित ध्यान नहीं दिया गया। कारण को जानकर उसका निदान करने की बजाय डीडीएम पैसेंजर को बंद कर रेलवे द्वारा जबरन इस क्षेत्र के लोगोंं को परेशान किया जा रहा है। इस संबंध में लोगों का कहना है कि पिछले 6 माह से बंद रहे इस डेमो ट्रेन के परिचालन से क्षेत्र के लोगों में खुशी का माहौल बना था लेकिन यह खुशी अधूरी रह गई है।ं वे अपने अनेक कार्यों के लिए चाहकर भी इस ट्रेन से उक्त शहरों में नहीं जा पा रहे थे क्योंकि दुर्ग, भिलाई अथवा रायपुर में किसी भी कार्य को पूरा करने के लिए उन्हें कम से कम तीन से चार घंटे के समय के अलावा शाम तक का समय भी लग जाता है। ऐसे में पैसेेंजर ट्रेन को केवल सुबह के समय एक फेरा में चलाकर रायपुर पहुंचने के बाद महज 10 मिनट बाद दल्लीराजहरा-केंवटी के लिए रवाना कर दिये जाने से क्षेत्र के लोग दुर्ग, भिलाई व रायपुर की ओर सफर करने से बच रहे थे ऐसे में यात्रियों की संख्या मेंं कमी रहने के कारण ही रेलवे को नुकसान हो रहा था।
यदि केंवटी-दल्लीराजहरा-रायपुर डेमो ट्रेन को सुबह के समय केंवटी से रवाना करने के बाद रायपुर से आगे बढ़ाकर बिलासपुर स्टेशन तक चलाया जाये तो भी इसमें यात्रियों की संख्या में इजाफा होगा और बिलासपुर स्टेशन से वापसी के दौरान शाम के समय दुर्ग स्टेशन से सैकड़ों यात्रियों को इस ट्रेन में सफर का लाभ मिल सकेगा या फिर सुबह केवंटी से रायपुर तक चलाने के बाद उस डीडीएम पैसेंजर को रायपुर से महज 10 मिनट बाद रवाना करने की बजाय रायपुर स्टेशन से से शाम 6 बजे दल्लीराजहरा-केंवटी के लिए रवाना किया जाये तो निश्चित तौर पर इस क्षेत्र के लोगों के साथ साथ बिलासपुर क्षेत्र से रायपुर आकर दल्लीराजहरा की ओर आने वाले यात्री इसका लाभ ले सकेंगे और ऐसे में यात्रियों की संख्या बढऩे से रेलवे की आमदनी में इजाफा होगा और ऐसा कर वर्तमान में डेमो ट्रेन के परिचालन में रेलवे हो रहे नुकसान से बचाया जा सकता है।