गणतंत्र दिवस में देशों के ध्वज, झांकी और लोक कार्यक्रमों का दबदबा रहेगा
राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड पूरी तरह आसियानमय नजर आयेगी जिसमें इन मेहमान देशों के ध्वज, झांकी और लोक कार्यक्रमों का दबदबा रहेगा।;
नयी दिल्ली। आसियान देशाें के साथ संबंधों को और प्रगाढ बनाने के प्रयासों के तहत इस बार राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड पूरी तरह आसियानमय नजर आयेगी जिसमें इन मेहमान देशों के ध्वज, झांकी और लोक कार्यक्रमों का दबदबा रहेगा।
दिल्ली क्षेत्र में सेना के चीफ ऑफ स्टॉफ मेजर जनरल राजपाल पूनिया ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस बार की परेड कई मायनों में खास है जैसे दस आसियान देशों के राष्ट्राध्यक्ष बतौर खास मेहमान हिस्सा ले रहे हैं जबकि हमेशा किसी एक देश के राष्ट्राध्यक्ष को गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि बनाया जाता है।
परेड की शुरूआत में होने वाले फ्लाईपास्ट में भारतीय सेना के साथ-साथ वायु सेना के हेलिकॉप्टर पर आसियान का ध्वज भी लहरायेगा। इसके बाद भारतीय सेना के जवान आसियान के ध्वज के साथ साथ सभी दस मेहमान आसियान देशों ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, मलेशिया, फिलीपीन्स, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम के ध्वज लेकर चलेंगे।
उन्होंने कहा कि यदि झांकियों की बात करें तो विदेश मंत्रालय की ओर से आसियान की दो झांकियां निकाली जायेंगी जिनमें आसियान देशों की शिक्षा, व्यापार, संस्कृति और धर्म संबंधी विशेषताओं की झलक देखने को मिलेगी।
स्कूली बच्चों के कार्यक्रमों में भी आसियान देशों पर कार्यक्रम मुख्य आकर्षण रहेगा।
स्कूली बच्चे आसियान देशों की पोशाक में वहां की धुनों तथा लोक नृत्य पर धूम मचाते नजर आयेंगे।
मेजर जनरल पूनिया ने कहा कि दिल्ली क्षेत्र के जनरल आॅफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल असित मिस्त्री परेड कमांडर होंगे और वह स्वयं इसके उप कमांडर होंगे।
उन्होंने कहा कि लगभग डेढ घंटे की यह परेड सुबह दस बजे शुरू होगी और इसमें सशस्त्र सेनाओं के 16 मार्चिंग दस्ते ,16 मार्चिंग बैंड और देश की विविधता में एकता की झलक पेश करती 23 झांकियां निकाली जायेंगी। साथ ही भारत की सैन्य शक्ति का नमूना पेश करते अत्याधुनिक हथियारों तथा लड़ाकू विमानों की गर्जन भी राजपथ पर सुनाई जायेगी।