ग्रामीणों को बताए हाथियों के आतंक से बचने के उपाय
धरमजयगढ़ वनमंदल के ग्राम नेवार पोरिया में इन दिनों जंगली हाथियों ने खासा उत्पात मचा रखा है , अभी तक 17 घरों को तोड़फोड़कर राहित कर चुके हैं,और फसल को भी भारी नुकसान पहुँचाया है;
धरमजयगढ़/रायगढ़। धरमजयगढ़ वनमंदल के ग्राम नेवार पोरिया में इन दिनों जंगली हाथियों ने खासा उत्पात मचा रखा है , अभी तक 17 घरों को तोड़फोड़कर राहित कर चुके हैं,और फसल को भी भारी नुकसान पहुँचाया है। इस क्षेत्र में वनविभाग के अनुसार 12 की संख्या में जंगली हाथियों का दल विचरण कर रहे हैं. यहाँ लोग दहशत के साय में जीने मजबूर हैं। दहशत के इस साए के बीच हाथी सबका साथी टीम के पदाधिकारी व सदस्यों ने हाथी प्रभावित गांव का दौरा किया और प्रभावितों से मिलकर उन्हें गजराजों के उत्पात से बचने के टिप्स दिए। देखना यह होगा कि वन विभाग की इस पहल पर ग्रामीण क्षेत्रों के प्रभावित होनें वाले ग्रामीणों को कितना लाभ मिल पाता है।
अगर हाथी प्रभावित इन ग्रामीण क्षेत्रों की बात करें तो अंचल के सर्वाधिक हाथी प्रभावित ग्राम पोरिया में आलम ये है की दिन भर अपने टूटे फूटे घर और सामान को सहेजते हैं और रात में सोने के लिए समरसुता नाला को पैदल पार करके दूसरे गाँव सोने के लिए जाते हैं। छोटे छोटे बाल बच्चों को लेकर रात के अँधेरे में नडी नाला पार करना उनके लिए किसी क़यामत से कम नहीं है। हाथी प्रभावित ग्रामीणों की हालात का जायज़ा लेने शनिवार को जब हाथी सबका साथी की टीम पोरिया गांव के राइतराइ बस्ती में पहुंचे तो वहाँ का मंज़र देखकर सजल कुमार मधु और पत्रकार असलम खान ने ग्रामीणों से उनका हाल चाल जाना ओर लगभग 2 घंटे तक उनके साथ वार्तालाप के दौरान उन्हें हाथियों से बचने के उपाय सुझाया सजल मधु ने हाथी प्रभावित गांव वासियों को बताया की हाथी क्यों उत्तेजित होते हैं ,उन्हें कभी छेड़ना नहीं चाहिए ,महुवा का पास या दारू शराब घरों में नहीं रखना चाहिए, शराब पीकर हाथी के सामने कभी नहीं जाना चाहिए ,हाथियों पर तीर या गुलेल गोटी से वॉर नहीं करना चाहिए ऐसा करने से हाथी ओर बौखलाकर ज्यादा आतंक मचाते हैं ।
यदि हाथी धान चावल खाते हैं तो उन्हें खाकर पेट भरने दिया जाय पेट भरने पर वे स्वयं वापस जंगल चले जायेंगे ओर किसी आदमी को कुछ नुकसान नहीं पहुंचायेगे। ग्रामीणों के नुक्सान का उचित मुआवज़ा वनविभाग देती है।
किसी भी किसान को चिंता करने की ज़रूरत नहीं है फसल नुकसान का उचित आंकलन कर वन विभाग भरपूर मुआवज़ा देती है इसलिए हाथी के रास्ते में नहीं आना चाहिए अपनी जान जोखिम में नहीं दालना चाहिए। हाथी मेरा साथी की टीम ने हाथी प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द उनके टूटे फूटे घरों और फसल का मुआवज़ा देने की मांग वनमंदलाधिकारी प्रणय मिश्रा से किया है जिस पर डीएफओ मिश्रा ने कहा ग्रामीण घबराएं नहीं जल्द मिलेगा मुआवज़ा । उनहोंने कहा यथा संभव जल्द कार्यवाही पूर्ण कर उचित मुआवज़ा सभी प्रभावित को दी जाएगी।