बेरोजगारों से ठगी करने वाला सीआरपीएफ का बर्खास्त सिपाही पकड़ा गया
राजनांदगांव ! कोतवाली पुलिस ने सी.आर.पी.एफ. के पूर्व सिपाही को जिले के लगभग 15 लोगों से सी.आर.पी.एफ. में भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है ।;
एक दर्जन से अधिक लोगों से लिये 28 लाख रूपये
नियुक्ति पत्र जारी करता था ठग
राजनांदगांव ! कोतवाली पुलिस ने सी.आर.पी.एफ. के पूर्व सिपाही को जिले के लगभग 15 लोगों से सी.आर.पी.एफ. में भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है । आरोपी देवरी खुर्द बिलासपुर का रहने वाला है । जिन बेरोजगारों को शिकार बनाता था उनसे बकायदा एग्रीमेंट भी करता था । बिलासपुर में फर्जी मेडिकल जांच कराकर खुुद नियुक्ति पत्र भी जारी करता था ।
पुलिस के अनुसार भूपेन्द्र कुमार साहू पिता इंदु राम साहू उम्र 21 साल ग्राम भोलापुर थाना छुरिया ने रिपोर्ट दर्ज करायी थी कि उसे अपने मित्र के माध्यम से शत्रुघन प्रसाद धृतलहरे जो कि सी.आर.पी.एफ. का कर्मचारी है तथा बिलासपुर में रहता है, ने सम्पर्क कर सी.आर.पी.एफ. में भर्ती होने के संबंध में पूछा था । प्रार्थी के सहमति देने पर शत्रुघन प्रसाद धृतलहरे राजनांदगांव आया और बताया था कि बिलासपुर में ट्रेडमेन की भर्ती निकली है । चयन के लिये 4 लाख रूपये लगेंगे । उसके विश्वास में आकर प्रार्थी ने रेल्वे स्टेशन राजनांदगांव में दिसम्बर 2016 में 60 हजार रूपये दिये थे तथा किश्तों में 3.5 लाख रूपये आरोपी को दिये । इस बीच प्रार्थी को भरोसे में लेने के लिये उसने इकरारनामा तैयार किया कि यदि काम नहीं हुआ तो पैसे वापस कर दिये जायेगें । फिर मार्च 2017 के प्रथम सप्ताह में एक नियुक्ति पत्र डाक के माध्यम से प्राप्त हुआ । नियुक्ति पत्र मिलने के बाद काफी दिनों तक बुलावा नहीं होने पर प्रार्थी बिलासपुर जाकर पता किया तो पता चला कि एैसी कोई भर्ती सी.आर.पी.एफ. में नहीं निकली है । जब प्रार्थी अपने पैसे वापस मांगने लगा तब शत्रुघन धृतलहरे ने उसे धमकी चमकी देना शुरू कर दिया । इस दौरान पता चला कि आरोपी ने राजनांदगांव जिले में कम से कम 15 लोगों से नौकरी लगाने के नाम पर लगभग 28 लाख रूपये की ठगी की है । आरोपी को योजनाबद्ध तरीके से ग्राहक देने का बहाना कर राजनांदगांव बुलाया गया तथा उसे पकडक़र पूछताछ करने पर जिले के और भी बेरोजगारों से नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करना कबूल किया।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह लगभग 8 साल तक सीआरपीएफ में सिपाही के पद पर बिहार, आसाम, छत्तीसगढ़, जम्मू कश्मीर आदि जगहों पर ड्यूटी कर चुका है । वर्ष 2011 में छुट्टी पर अपने घर बिलासपुर आया था, उसके बाद ड्यूटी पर वापस नहीं गया जिससे विभाग ने उसे बर्खास्त कर दिया और तब से लोगों से ठगी करता आ रहा है । पूछताछ पर उसने बताया कि जिले के फरहद, सोमनी, देवरी, भोलापुर, छुरिया, बरगाही के कई बेरोजगार लडक़ों से ठगी की है । आरोपी शत्रुघन प्रसाद धृतलहरे बकायदा लडक़ों से लिये हुए पैसों को इकरारनामा तैयार करता था और नियुक्ति पत्र भी जारी करता था । मेडिकल का बहाना कर बिलासपुर में ले जाकर फर्जी मेडीकल करवाता था और वापस भेजकर कॉल लेटर का इंतजार करने के लिये कहता था । कोतवाली पुलिस के द्वारा आज आरोपी शत्रुघन प्रसाद धृतलहरे पिता लखन लाल धृतलहरे उम्र 38 साल निवासी देवरी खुर्द बिलासपुर को विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है, जिसे पुलिस रिमाण्ड में लेकर आगे की पूछताछ किया जायेगा ।