राज ठाकरे, मनसे किसके लिए प्रचार कर रहे : भाजपा

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे द्वारा संबोधित की गई दो रैलियों से परेशान सत्ताधारी भाजपा ने निर्वाचन आयोग से यह पता लगाने के लिए कहा कि उन्हें धन कौन मुहैया करा रहा है;

Update: 2019-04-14 00:23 GMT

मुंबई। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे द्वारा संबोधित की गई दो रैलियों से परेशान सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को निर्वाचन आयोग से यह पता लगाने के लिए कहा कि उन्हें धन कौन मुहैया करा रहा है और मनसे किसके लिए प्रचार कर रही है।

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष और नांदेड़ से उम्मीदवार अशोक चव्हाण पर राज ठाकरे जैसे तीसरी पार्टी के नेताओं को प्रचार के लिए किराए पर लेने का आरोप लगाया।

शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े ने राज ठाकरे की रैलियों को स्टैंड-अप कामेडी बताया और कहा कि चूंकि मनसे लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रही है, इसलिए वह आखिर किस पार्टी के लिए प्रचार कर रही है।

तावड़े ने कहा, "हम जानना चाहते हैं कि कौन-सी पार्टी उनकी रैलियों का खर्च अपने चुनावी खर्च में जोड़ेगी और ईसी को इसे सार्वजनिक करना चाहिए।"

ठाकरे की कठोर भाषा का जिक्र करते हुए तावड़े ने कहा कि मनसे का कोई राजनीतिक अस्तित्व या प्रासंगिता नहीं है। ठाकरे ने जनता से अपनी जोरदार अपील में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की राजनीति को खत्म करने का आग्रह किया है।

तावड़े ने कहा कि मनसे न तो लोकसभा चुनाव लड़ रही है, न उसके कोई सांसद हैं, न विधायक हैं और न कोई नगर निगम पार्षद ही, फिर भी उसके प्रमुख दूसरों को खत्म करने की बातें कर रहे हैं।

भाजपा के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के राज्य महासचिव और प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा, "मनसे नेता जिस विधिवत तरीके से अपनी रैलियों में मोदी और शाह के झूठ को बेनकाब कर रहे हैं, उससे भाजपा डरी हुई है।"

सावंत ने कहा, "वास्तव में ठाकरे ने यह स्पष्ट किया है कि उनकी सार्वजनिक सभाओं का कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाले विपक्षी गठबंधन से कोई लेना-देना नहीं है। उनकी रैलियों का मकसद भाजपा, मोदी और शाह द्वारा फैलाए जा रहे झूठ के बारे में जन जागरूकता पैदा करना है, और इस सोच प्रक्रिया को हार हाल में रोका जाना चाहिए।"

ठाकरे 50 ने मात्र दो रैलियों में एक राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है, क्योंकि उन्होंने भाजपा-मोदी-शाह के वीडियो/बयानों के साथ प्रजेंटेशन पेश किया और अपने करिश्माई अंदाज में सबूतों के साथ सही तथ्य पेश किए।

उनके चचेरे भाई और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने हालांकि कुछ नहीं बोला है, लेकिन विपक्षी उम्मीदवारों के बीच राज की भारी मांग है।
 

Full View

Tags:    

Similar News