रेलवे पार्सल विभाग अब ठेके पर
रेल प्रशासन पार्सल कार्यालय में लोडिंग-अन लोडिंग कार्य का टेण्डर करने जा रही है। रेलवे ने टेण्डर प्रक्रिया शुरू कर दिया;
ड्डटेंडर की प्रक्रिया शुरू, ठेकेदार देखेंगे लोडिंग-अनलोडिंग का कार्य
बिलासपुर। रेल प्रशासन पार्सल कार्यालय में लोडिंग-अन लोडिंग कार्य का टेण्डर करने जा रही है। रेलवे ने टेण्डर प्रक्रिया शुरू कर दिया है। रायपुर, नागपुर मंडल में पार्सल लोडिंग, अनलोडिंग का कार्य को ठेके में चल रहा है, मगर बिलासपुर मंडल में यह कार्य रेलवे द्वारा संचालित हो रहा है मगर ई-बिल होने के कारण रेल प्रशासन को हर दिन लाखों का नुकसान हो रहा है। क्योंकि पहले पार्सल कार्यालय में मैनुअल बिल के द्वारा लोडिंग अनलोडिंग का कार्य चलता था। ई-बिल के कारण रेलवे ने सामानों को भेजना लगभग बंद कर दिए हैं। 50 प्रतिशत का कार्य ही रह गया है। जीएसटी के कारण ठेकेदार को अधिक टैक्स देने के चक्कर में रेलवे द्वारा सामान नहीं भेजा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रेल प्रशासन पार्सल कार्यालय का लोडिंग-अनलोडिंग का काम टेण्डर से करने जा रहा है। क्योंकि अभी पार्सल कार्यालय रेलवे द्वारा संचालित कर रहा है। मगर रेल प्रशासन ई-बिल के कारण हर दिन लाखों का नुकसान हो रहा है, क्योंकि ई-बिल होने के कारण रेलवे द्वारा सामानों को नहीं भेजा जा रहा है। ई-बिल से रेलवे से सामान भेजने पर नुकसान अधिक हो रहा है। ई-बिल के पूर्व में रेल प्रशासन मैनुअल बिल में कम टैक्स लगाता था जिसके कारण ठेकेदार का मैनुअल बिल से काम चल जाता था। लेकिन अब रेलवे से सामान भेजने पर जीएसटी लगने से ठेकेदार को अधिक नुकसान तो रहा है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि ठेकेदार और पार्सल विभाग के अधिकारी कर्मचारियेां की मिली भगत से कई सामानों पर बिल नहीं लगता था। सीधे सामान बुक करने पर बिल्टी की रसीद मिलती थी। मगर अब रेलवे से सामान भेजने पर बिल्टी रसीद द्वारा जीएसटी बिल भी लगता है। इसके बाद सामान बुक होता है।
ई-बिल के कारण ठेकेदार रेलवे से बहुत कम सामान भेज रहे हैं। कम दूरी के सामानों को ट्रांसपोर्टिंग द्वारा भेजा जा रहा है। जो सामान काफी दूरी में जाना है उसी सामान को रेलवे में बुक किया जा रहा है। रेल प्रशासन को हर दिन लाखों का नुकसान होने के कारण रेल प्रशासन बिलासपुर केे पार्सल कार्यालय के कामकाज को ठेके में देने का फैसला लिया है। पार्सल कार्यालय का कामकाज ठेके पर देने से रेलवे को करोड़ों की आमदनी होगी।
बहुत जल्द ठेके पर होगा काम
सामानों के लोडिंग-अनलोडिंग कार्य को ठेके पर दिया जाएगा। टेण्डर प्रक्रिया का काम चल रहा है। कुछ दिनों में टेंडर खोला जाएगा।