पूरे देश में 'पद्मावत' को लेकर विरोध प्रदर्शन
संजय लीला भंसाली की विवादास्पद फिल्म 'पद्मावत' को लेकर मध्यप्रदेश में विरोध प्रदर्शन आज भी जारी रहा।;
भोपाल। संजय लीला भंसाली की विवादास्पद फिल्म 'पद्मावत' को लेकर मध्यप्रदेश में विरोध प्रदर्शन आज भी जारी रहा। वहीं, पुलिस ने कहा है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था को बिगड़ने नहीं दिया जाएगा।
करणी सेना के लोग राजधानी भोपाल सहित कई शहरों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। भोपाल के एमपी नगर इलाके में आज शाम करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। यहां एक कार को आग लगाने की सूचना भी मिली है। वहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। प्रदर्शन के कारण यहां जाम भी लग गया था।
इंदौर जिले के महू में आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर करणी सेना के करीब 500 कार्यकर्ताओं ने सुबह करीब सवा 11 से 12 बजे तक चक्काजाम किया।
Protesters block Delhi-Jaipur highway agitating against #Padmaavat pic.twitter.com/mh0xJevZbg
#WATCH: Protesters torched bus and pelted stones in protest against #Padmaavat at Gurugrams' Sohna Road. #Haryana pic.twitter.com/B13t6l8XuI
Rajasthan: Protests staged in the area near Chittorgarh Fort in protest against #Padmaavat pic.twitter.com/Sybospb4u6
इस दौरान करीब एक घंटे तक राजमार्ग बाधित रहा। पुलिस प्रशासन ने घटनास्थल पर हल्का बलप्रयोग कर भीड़ को तितरबितर किया, जिसके बाद यातायात सामान्य हो सका। पुलिस ने मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं की है।
होशंगाबाद के मीनाक्षी चौक पर करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने भंसाल के प्रतीकात्मक पुतले को जलाया। उन्होंने फिल्म का प्रदर्शन नहीं होने देने की चेतावनी भी दी।
नीमच में अन्य स्थानों में उग्र प्रदर्शन के बजाय करणी सेना ने गांधीगीरी का रास्ताा अपनाया। वहां प्रदर्शनकारियों ने सिनेमाघर मालिकों को फूल भेंट कर फिल्म प्रदर्शित नहीं करने का अनुरोध किया।
फिल्म 'पद्मावत' पर मध्यप्रदेश सरकार की याचिका को उच्चतम न्यायालय ने कल खारिज कर दिया था। मध्यप्रदेश सरकार देश के उन राज्यों में शामिल थी, जिन्होंने फिल्म के प्रदर्शन के पहले इसे प्रतिबंधित कर दिया था।
करणी सेना के लगातार विरोध के बीच प्रदेश में कई टॉकीज संचालक इसे स्वयं ही प्रदर्शित नहीं करने का रुख प्रदर्शित कर रहे हैं।
भोपाल में पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि उच्चतम न्यायालय के आदेश का पालन कराया जाएगा।
कहीं भी लोगों को कानून-व्यवस्था को हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा। इसके लिए जो भी आवश्यक कार्रवाई होगी, वह की जाएगी।