रामनवमी के बाद हनुमान जयंती पर जुलूस की तैयारी
रामनवमी के मौके पर मध्यप्रदेश के खरगोन में हुई हिंसा के जख्म अभी भरे नहीं हैं और शिवराज सिंह सरकार पर हालात न संभालने के आरोप विपक्ष लगा रहा है। इस बीच एमपी की बीजेपी सरकार ने अब राजधानी भोपाल में हनुमान जयंती पर जुलूस निकालने की इजाज़त दे दी है।;
देश में मंदिर-मस्जिद के बाद अब लड़ाई अजान और लाउडस्पीकर पर आ गई है। हिंदुत्व की राजनीति करने वाले अब राम नाम के बाद हनुमान चालीसा का जाप करने में लगे हैं। रामनवमी के बाद अब हनुमान जयंती पर जुलूस निकालने की तैयारी है। जिसे देखते हुए पुलिस प्रशासन पहले से सतर्कता बरत रहा है।
रामनवमी के मौके पर मध्यप्रदेश के खरगोन में हुई हिंसा के जख्म अभी भरे नहीं हैं और शिवराज सिंह सरकार पर हालात न संभालने के आरोप विपक्ष लगा रहा है। इस बीच एमपी की बीजेपी सरकार ने अब राजधानी भोपाल में हनुमान जयंती पर जुलूस निकालने की इजाज़त दे दी है।
भोपाल में हनुमान जयंती यानी शनिवार 16 अप्रैल को पुराने शहर के इतवारा-बुधवारा से जुलूस निकालने की अनुमति पुलिस ने दे दी है. भोपाल में हनुमान जयंती के जुलूस निकालने को लेकर प्रशासन हाई अलर्ट पर है. वहीं कुछ शर्तें लागू की गई है. जिसके मुताबिक कोई भी समिति प्रशासन की अनुमति के बिना जुलूस नहीं निकाल सकेगी. जुलूस निकालने वाले आयोजकों को पुलिस की 16 शर्तों को पालन करना होगा. गौरतलब है कि पुराने भोपाल के इतवारा-बुधवारा बेहद संवेदनशील इलाके हैं. यहां कुछ नियमों के तहत जुलूस निकालने की अनुमति प्रशासन ने दी है. जैसे किसी दूसरे धर्म-संप्रदाय के लोगों को ठेस पहुंचाने वाले आपत्तिजनक नारे, बैनर-पोस्टर नहीं लगाए जाएंगे. अव्यवस्था होने पर आयोजक को जिम्मेदार माना जाएगा. इसके लिए उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही जुलूस के दौरान डीजे पर बजने वाले गानों की लिस्ट देनी होगी. जुलूस में त्रिशूल-गदा को छोड़कर किसी तरह के हथियार साथ नहीं रखेंगे. आयोजक पुलिस के साथ जुलूस में आगे चलेंगे. वहीं जुलूस के दौरान 600 पुलिसकर्मी तैनात होंगे, ड्रोन से मॉनिटरिंग होगी. बता दें कि इससे पहले बुधवार को खरगोन दंगे को लेकर भोपाल के शहर काजी मुश्ताक अली नदवी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से मिलकर ज्ञापन सौंपा था.
बुधवार को शहर काजी ने कहा था कि हिंदू संगठन इन इलाकों से जुलूस निकालने की चेतावनी दे रहे हैं. यह इलाके संकरे और संवेदनशील हैं, जिससे वर्ग विशेष में भय और बेचैनी का माहौल है. रमजान का पवित्र महीना चल रहा है.
इधर लाउडस्पीकर और अजान को लेकर विवादों में आए महाराष्ट्र नव-निर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे शनिवार को हनुमान जयंती 2022 के अवसर पर पुणे के एक कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस दौरान वे हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे.
आपको बता दें कि अजान और लाउडस्पीकर का यह विवाद तब शुरू हुआ जब महाराष्ट्र में राज ठाकरे ने 3 मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतारने का अल्टीमेटम तक सरकार को दे दिया. इसके बाद देशभर में इसको लेकर विवाद चल रहा है.