आज जापान में बाढ़ प्रभावित इलाके के दौरे पर प्रधानमंत्री शिंजो आबे

जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे देश के पश्चिमी हिस्से में भारी बारिश और वर्षाजनित घटनाओं में 160 से अधिक लोगों के मारे जाने के बाद आज बाढ़ प्रभावित इलाके के दौरे के लिए रवाना हो गये;

Update: 2018-07-11 11:46 GMT

कुमानो। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे देश के पश्चिमी हिस्से में भारी बारिश और वर्षाजनित घटनाओं में 160 से अधिक लोगों के मारे जाने के बाद आज बाढ़ प्रभावित इलाके के दौरे के लिए रवाना हो गये। 

岡山の被災地に向かっています。土砂崩れ、河川の決壊。被害の大きさを改めて実感しています。今から、倉敷市真備地区の浸水現場、避難所に伺います。現場で応急対策に当たる皆さん、被災者の皆さんの生の声をしっかりと伺い、現場主義で、早期の復旧復興につなげていきたいと思います。 pic.twitter.com/l5pyR7CDKa

— 安倍晋三 (@AbeShinzo) July 11, 2018


 

जापान में पिछले 36 वर्ष के दौरान मौसम संबंधी सबसे बड़ी आपदा में हजारों लोग बेघर हो गये और बिजली एवं पेयजल की भारी किल्लत हाे गयी है। कई दिनों तक लगातार हुई मूसलाधार बारिश के कारण पश्चिमी इलाका बाढ़ में डूब गया और जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं हुईं। आबे बाढ़ प्रभावित ज्यादातर स्थानोें पर जाएंगे। वह सबसे बुरी तरह प्रभावित इलाकाें में से एक ओकायामा प्रांत भी जाएंगे।

広範囲にわたって、川の氾濫、土砂崩れなど甚大な被害が発生しており、自衛隊、警察、消防、海上保安庁が、5万4千人態勢で、昼夜を分かたず、懸命の救助作業を進めています。今後も、事態の変化に応じ、機動的にさらなる部隊投入も行い、全力で救命救助、避難誘導にあたってまいります。 pic.twitter.com/W8uOhe9ORD

— 安倍晋三 (@AbeShinzo) July 8, 2018


 

सरकारी टेलीविजन एनएचके ने बताया कि अब तक कम से कम 161 लोग मारे जा चुके हैं और 57 अब भी लापता हैं। टेलीविजन के मुताबिक देश में 1982 के बाद पहली बार मौसम संबंधी इतनी बड़ी आपदा आयी है। 

  

 

 

आबे ने इस आपदा के मद्देनजर अपनी विदेश यात्रा रद्द कर दी हालांकि शुरुआत में बारिश के जोर पकड़ने और वर्षजनित छिटपुट घटनाओं की रिपोर्ट मिलने के दौरान उनकी रक्षा मंत्री के साथ एक पार्टी की तस्वीर ट्विटर पर वायरल होने के बाद उनकी कड़ी आलोचना भी हुई थी। इसके बाद उन्होंने बेल्जियम, फ्रांस, सऊदी अरब और मिस्र का अपना दौरा रद्द कर दिया।

बाढ़ के कारण लाखों मकानों में बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित हो गयी थी जिनमें से 3500 घरों में बिजली की आपूर्ति बहाल कर दी गयी है लेकिन दो लाख से अधिक मकानों में पेयजल की आपूर्ति अब भी बाधित है। कुराशिकी जैसे अत्याधिक प्रभावित क्षेत्रों में आर्द्रता का स्तर बहुत अधिक है और तापमान 33 डिग्री सेल्सियस पर होने से लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। 

बारिश की तीव्रता में कमी आई है और बाढ़ का पानी उतरने भी लगा है लेकिन इससे सड़काें पर कीचड़ जमा हो गया है। कुछ जगहों पर कीचड़ सूख गया है लेकिन जब राहत वाहन वहां से गुजरते हैं तो धूल का गुबार उठता है। राहत तथा बचाव दल मलबे में लाेगों की तलाश कर रहे हैं।

इस बीच अधिकारियों ने सोशल मीडिया पर लोगाें को संक्रमित भोजन से होने वाली बीमारियों के खतरे के प्रति चेतावनी दी है। फुुकुयामा शहर में जलाशय में दरार पाये जाने के बाद 25 मकानों को खाली करने के आदेश दिये गये हैं। गर्मी बढ़ने से मौसम में तेजी से बदलाव आ रहा है जिससे शाम तक आंधी-तूफान आने की आशंका है। अधिकारियों ने इस दौरान भूस्खलन की भी चेतावनी जारी की है। 

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