प्रशांत किशोर के शामिल होने पर सस्पेंस
चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने पर अब भी सस्पेंस बरकरार है...इस वक्त ना तो पीके की तरफ से कोई बयान सामने आया है...ना ही कांग्रेस की तरफ से खुलकर ऐलान किया गया है...जिसे लेकर संशय बढ़ता जा रहा है, लेकिन अब कहा जा रहा है कि पीके की एंट्री को लेकर आखिरी फैसला पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगी...;
आगामी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस खुद को मजबूत बनाने की कोशिश में जुटी है...और अपनी इसी ताकत को बढ़ाने के लिए वो प्रशांत किशोर को अपनी पार्टी के साथ जोड़ना चाहती है...लेकिन पार्टी के इस प्लान को लेकर अभी तक आधिकारिक तौर पर कोई भी ऐलान नहीं किया गया है...ना ही पीके की तरफ से स्थिति साफ है, ना ही कांग्रेस की तरफ से...इसी पसोपेश के बीच सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि पीके की पार्टी में एंट्री पर अंतिम फैसला सोनिया गांधी करेंगी. उन्होंने इस मुद्दे पर कई वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा की है....सूत्रों ने कहा कि इनमें से कुछ नेताओं ने पार्टी में उनके शामिल होने पर आपत्ति जताई है, नाराजगी जताने वाले वो 23 नेता हैं जिन्हें G-23 भी कहा जाता है...बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के एक घर एक अहम बैठक हुई थी, जिसमें प्रशांत किशोर के कांग्रेस में आने को लेकर चिंता जताई गई...हालांकि जहां कुछ नेता चिंता जाहिर कर रहे हैं, तो वहीं कई दिग्गजों ने समर्थन किया है...क्योंकि उन्हें लगता है कि वो पार्टी के लिए लाभकारी होंगे...वैसे ये बात तो जगजाहिर है कि पीके के साथ के बाद कई पार्टियों की सियासी किस्मत चमकी है...प्रशांत किशोर ने शुरुआत में 2014 के लोकसभा चुनावों के लिए बीजेपी के साथ काम किया था और उसके बाद जेडीयू में शामिल हो गए थे और पार्टी के उपाध्यक्ष थे. किशोर ने उत्तर प्रदेश में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान भी कांग्रेस के साथ काम किया था...हालांकि उन्हें सफलता नहीं मिली...लेकिन उन्होंने पंजाब में पार्टी की सहायता भी की और मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के सलाहकार थे...इसीलिए कांग्रेस अब उन्हें पर्दे के पीछे नहीं, बल्कि आगे लाकर चुनावी मैदान में उतारना चाहती है.