कमजोर मत प्रतिशत देख नेताओं का चढा पारा
दिल्ली नगर निगम चुनाव के 272 में से 270 वार्ड के लिए मतदान छिटपुट घटनाओं के बीच शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त हो गया है;
नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम चुनाव के 272 में से 270 वार्ड के लिए मतदान छिटपुट घटनाओं के बीच शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त हो गया है। गर्मी में इस बार भी दिल्ली के मतदाता कम निकले और करीबन 45 फीसद ही मतदान दर्ज किया जा सका। करीबन 1.3 करोड़ मतदाताओं के लिए पुलिस ने 13,022 मतदान केंद्र बनाए गए थे। इनमें से 3,284 को पुलिस ने संवेदनशील और 1,464 को अति संवेदनशील घोषित किया था।
इस बार एक लाख से अधिक मतदाता ऐसे थे जो पहली बार मताधिकार का प्रयोग करने पहुंचे, वहीं पहली बार निगम चुनाव में नोटा का विकल्प भी रखा गया। रविवार सुबह आठ बजे से मतदान शुरू हुआ और 12 बजे तक सिर्फ 10 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
मताधिकार का प्रयोग करने वालों में पूर्वी दिल्ली के मतदाता आगे रहे और पूर्वी दिल्ली में 12 बजे तक जहां 10.81 फीसदी वोट पड चुके थे तो वहीं उत्तरी दिल्ली में 10.68 प्रतिषत व दक्षिणी दिल्ली 9.07 प्रतिशत मतही जुटा पाई। भाजपा, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने चुनाव प्रचार के दौरान मतदाताओं का लुभाने के लिए सारे जतन किए। चुनाव आयोग ने भी धाकड़ वोटर को लुभाने के लिए प्रचार किया लेकिन मतदान की धीमी रफ्तार को देखते हुए नेताओं का भी पारा चढ गया।
आम आदमी पार्टी के दिग्गजों ने अपने-अपने कार्यकर्ताओं को दौड़ा दिया और कई इलाकों में चोरी छिपा वाहनों से मतदाताओं को घर से लाने वाले सक्रिय दिखाई दिए। भाजपा ने भी एसएमएस के जरिए जहां अपील की और मतदाताओं से कहा कि वे मतदान के लिए बाहर आएं तब कहीं जाकर चार बजे दोबारा बूथ आबाद हुए।