AMU शताब्दी समारोह में बोले PM मोदी-"साथ मिलकर आत्मनिर्भर भारत बनाना है"

आज मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के शताब्‍दी समारोह को संबोधित कि;

Update: 2020-12-22 12:07 GMT

नई दिल्ली। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी आज 100 साल की हो गई। आज मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के शताब्‍दी समारोह को संबोधित किया। पीएम मोदी ने इस मौके पर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की अहमियत पर जोर दिया और साथ ही मतभेद को दूर करने की बात पर जोर दिया।

पीएम मोदी ने अपने संबोधन के शुरुआत में अलीगढ़ यूनिवर्सिटी से पढ़े लोगों की अहमियत को बताया। उन्होंने कहा "आज एएमयू से तालीम लेकर निकले लोग भारत के सर्वश्रेष्ठ स्थानों के साथ ही दुनिया के सैकड़ों देशों में छाए हैं। एएमयू के पढ़े लोग दुनिया में कहीं भी हों, भारत की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हैं।"

पीएम मोदी ने एएमयू में विभिन्न भाषाओं की पढ़ाई पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा "मुझे बहुत से लोग बोलते हैं कि एएमयू कैंपस अपने आप में एक शहर की तरह है। अनेक विभाग, दर्जनों हॉस्टल, हजारों टीचर-छात्रों के बीच एक मिनी इंडिया नजर आता है। यहां एक तरफ उर्दू पढ़ाई जाती है, तो हिंदी भी। अरबी पढ़ाई जाती है तो संस्कृति की शिक्षा भी दी जाती है।"

पीएम मोदी ने एकता की बात करते हुए कहा "देश आज उस मार्ग पर बढ़ रहा है जहां मजहब की वजह से कोई पीछे न छूटे, सभी को आगे बढ़ने के समान अवसर मिले, सभी अपने सपने पूरे करें। सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास ये मंत्र मूल आधार है। देश की नीयत और नीतियों में यही संकल्प झलकता है।"

उन्होंने लड़कियों की शिक्षा पर जोर देते हुए कहा "एक empower women का हर फैसले में उतना ही योगदान होता है, जितना किसी और का। फिर चाहे बात परिवार को दिशा देने की हो या देश को। मैं देश की अन्य शिक्षा संस्थानों से भी कहूंगा कि ज्यादा से ज्यादा बेटियों को शिक्षा से जोड़ें।"

भारत की एकता को लेकर पीएम मोदी ने कहा "आज पूरी दुनिया की नजर भारत पर है। जिस सदी को भारत की बताया जा रहा है, उस लक्ष्य की तरफ भारत कैसे आगेबढ़ता है, इसे लेकर सब उत्सुक हैं। इसलिए हम सबका एकनिष्ठ लक्ष्य ये होना चाहिए कि भारत को आत्मनिर्भर कैसे बनाएं।"

उन्होंने आगे कहा "पिछली शताब्दी में मतभेदों के नाम पर बहुत समय पहले ही जाया हो चुका है। अब समय नहीं गंवाना है, सभी को एक लक्ष्य के साथ मिलकर नया भारत, आत्मनिर्भर भारत बनाना है। समाज में वैचारिक मतभेद होते हैं, लेकिन जब बात राष्ट्रीय लक्ष्यों की प्राप्ति की हो, तो हर मतभेद किनारे रख देने चाहिए। जब आप सभी युवा साथी इस सोच के साथ आगे बढ़ेंगे तो ऐसी कोई मंजिल नहीं, जो हम हासिल न कर सकें।"

पीएम मोदी ने विपक्ष पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा "हमें समझना होगा कि सियासत सोसाइटी का अहम हिस्सा है। लेकिन सोसाइटी में सियासत के अलावा भी दूसरे मसले हैं। सियासत और सत्ता की सोच से बहुत बड़ा, बहुत व्यापक किसी देश का समाज होता है।"

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