जैविक कचरे के निस्तारण के लिए प्राधिकरण ने तैयार किया प्लान
शहर में जैविक कचरे का निस्तारण करना प्राधिकरण के लिए चुनौती है;
नोएडा। शहर में जैविक कचरे का निस्तारण करना प्राधिकरण के लिए चुनौती है। इसके लिए मंगलवार को महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। चार तरीकों से कचरे का निस्तारण किया जाएगा। योजना के तहत घरेलू कचरा उठाने से लेकर वेस्ट टू एनर्जी प्लांट में कचरे के निस्तारण तक की प्लानिंग की गई है। पहले चरण में घर से कचरा उठाने जाने से संबंधित परियोजना को शुरू किया जाएगा।
नई तकनीक के जरिए प्राथमिक सेंटरों पर ही कचरे का निस्तारण किया जाएगा। ताकि वेस्ट टू एनर्जी प्लांट को जीरो डिस्चार्ज बनाया जा सके। शहर में प्रतिदिन करीब 650 मेट्रिक टन जैविक कचरा निकलता है। कचरा निस्तारण के लिए प्राधिकरण के पास स्थान नहीं है।
पहले यह कचरा सेक्टर-54, 137 व 67 में डंप किया जाता था। लेकिन एनजीटी में आपत्ती दायर करने के बाद सेक्टर-123 में करीब 25 एकड़ क्षेत्र को वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के लिए नोटिफाइड किया गया। स्थान चिन्हित होने के साथ ही यहा महीनो तक लोगों ने धरना किया। फिलहाल स्थिति सामान्य होती दिख रही है। लिहाजा मंगलवार को शहर को कचरा मुक्त बनाने साथ ही पुरानी लैंड फिल साइटो पर जमा कचरे के निस्तारण के लिए निर्णय लिए गए।
प्राधिकरण अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी आरके मिश्रा ने बताया कि घर से कचरा उठाए जाने का प्रोजेक्ट जल्द होगा शुरू। शहर में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट को भी मंजूरी मिल गई है। यहा कचरे के निस्तारण के लिए अलग निविदा जारी की जाएंगी। जबकि राख के निस्तारण के लिए अलग से निविदा जारी की जाएगी। मौजूदा डंपिंग साइट पर ही वैज्ञानिक तरीके से कचरे के निस्तारण किया जाएगा।
फिलहाल वर्तमान में सेक्टर-54 में विंड्रो तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है। इसी तकनीक का प्रयोग सेक्टर-137 में भी किया जाएगा। स्वच्छता के लिए एनजीओ व शहर के आरडब्ल्यूए की मदद ली जाएगी। यह लोगों को जागरूक करने का काम करेंगे। चारों योजनाओं को प्राधिकरण स्तर पर स्वीकृति मिल गई है।