टीपू सुल्तान से नफरत करते हैं कर्नाटक के लोग : सुधाकर
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता डॉ़ के सुधाकर ने रविवार को कहा कि हजारों हिंदुओं का कत्लेआम करने वाले मैसूर के शासक टीपू सुल्तान से राज्य के लोग नफरत करते हैं;
बेंगलुरू। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता डॉ़ के सुधाकर ने रविवार को कहा कि हजारों हिंदुओं का कत्लेआम करने वाले मैसूर के शासक टीपू सुल्तान से राज्य के लोग नफरत करते हैं।
टीपू एक्सप्रेस ट्रेन का नाम बदलकर वोडेयार एक्सप्रेस किये जाने से शुरू हुए विवाद के बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने यह बयान दिया है। डॉ़ सुधाकर ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा “ भारत सरकार और विशेष रूप से रेल मंत्रालय टीपू सुल्तान को लेकर कर्नाटक राज्य के लोगों की भावनाओं को समझते हैं वह एक ऐसा व्यक्तित्व है जिससे अधिकतर कन्नड़ी नफरत करते हैं ।
उन्होंने कहा “ अपने शासनकाल में टीपू सुल्तान ने बड़ी संख्या में हिंदुओं को मौत के घाट उतारा । रेल मंत्रालय ने टीपू एक्सप्रेस का नाम बदलकर वोडेयार एक्सप्रेस कर दिया है और यह बिल्कुल सही फैसला है।” उन्होंने कहा कि वोडेयार लोकतंत्रवादी थे।
इससे पहले मैसूर से सांसद प्रताप सिंहा ने रेल मंत्री को इस साल जुलाई में लिखे एक पत्र में अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों की भावनाओ के बारे में जानकारी देते हुए ट्रेन का नाम बदले जाने की मांग की थी। इस पत्र में उन्होंने राज्य के विकास में न केवल रेलवे के निर्माण बल्कि राज्य को आधुनिक रूप देने में वोडेयार वंश के योगदान को ध्यान में रखने का आग्रह किया गया था।
ट्रेन का नाम बदले जाने के बाद से ही राजनीतिक हलकों में आरोप प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो गया था। सबसे पहले ऑल इंडिया मजलिए-ए- इत्तेहादुल मुस्लमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असद्दुदीन ओवैसी ने सरकार के इस फैसले का विरोध करते हुए कहा था कि भाजपा टीपू सुल्तान की विरासत को कभी भी नष्ट नहीं कर पायेगी।
ट्विटर हैंडल पर सरकार के इस फैसले की मुखालफत करते हुए औवेसी ने कहा “ भाजपा ने टीपू एक्सप्रेस का नाम बदलकर वोडेयार एक्सप्रेस कर दिया है। भाजपा टीपू के नाम को बर्दाश्त नहीं कर पाती क्योंकि उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ तीन युद्ध लड़े थे। एक और ट्रेन का नाम बदलकर वोडेयार के नाम पर किया गया लेकिन भाजपा कभी टीपू की विरासत को नष्ट नहीं कर पायेगी। जीते जी उनके नाम से अंग्रेज डरते थे और मरने के बाद अंग्रेजों के गुलाम डरते हैं।।
इस पर भाजपा के आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि भाजपा टीपू की विरासत को नष्ट नहीं करना चाहती है बल्कि चाहती है कि राज्य में हिंदुओं और ईसाइयों के अनकही पीड़ा के सच को लोग जाने।”
उन्होंने कहा “ भाजपा टीपू की विरासत को नष्ट नहीं करना चाहती। इसके विपरीत हम चाहते हैं कि लोग सही में उसकी विरासत को जाने। टीपू एक बर्बर शासक था जिसने कुर्ग के कोडवास को, मैंगलूर में सीरियाई ईसाइयों को और मालाबार के काेंकणियों, नायरों और कैथोलिकों पर जबरदस्त अत्याचार किये।”