नदी सूखी, निस्तार की समस्या से जूझ रहे लोग
नदी के सूख जाने से ग्रामीणों के सामने गर्मी आने के पहले ही निस्तारी की समस्या आ खड़ी हुई है और इन दिनों ग्रामीण पानी को लेकर खासे परेशान है।;
तखतपुर। नदी के सूख जाने से ग्रामीणों के सामने गर्मी आने के पहले ही निस्तारी की समस्या आ खड़ी हुई है और इन दिनों ग्रामीण पानी को लेकर खासे परेशान है।
विकासखण्ड मुख्यालय से 20 किलो मीटर दूर नवागांव जैत जो मनियारी नदी के तट पर बसा हुआ है परंतु यह गांव पानी के मामले में अभागा साबित हो रहा है। इस गांव में एक भी तालाब नही है और नदी भी पूरी तरह सूख गया है।
अमुमन यह नदी मई, जून में सूख जाता था परंतु इस वर्ष फरवरी माह से ही सूख गया है जिससे ग्रामीण खासे परेशान और चिंतित भी है। इन दिनों ग्रामीण निस्तारी के साथ साथ जानवरों के लिए पानी व अन्य कार्यो के लिए भी पानी नही पा रहे है ग्रामीणों के निस्तारी का केवल हैण्डपम्प ही साधन रह गया है यदि गांव में तालाब होता तो कुछ निस्तारी की समस्या हल हो जाती परंतु यहां पर एक भी तालाब नही है।
ग्रामीण दुबेंद्र रजक, दशरथ लाल शुक्ला, छेदीलाल ने बताया कि गांव से पांच किलो मीटर दूर विचारपुर पर एनीकट बना हुआ है लेकिन इसका फायदा इस गांव को नही मिल पा रहा है। शासन द्वारा नरेगा के तहत कई तरह के निर्माण कार्य चलता है जिसमें तालाब भी शामिल है। परंतु आश्चर्य की बात है कि तालाब के लिए न तो पंचायत ने ध्यान दिया और न ही जनपद के अधिकारीयों ने ध्यान दिया। यदि पहले से ध्यान देते कि इस गांव में तालाब एक भी नही है और तालाब यदि खुदाई करा दिया जाए तो लोगों की निस्तारी की समस्या हल हो सकती थी।