पलानीस्वामी पर भ्रष्टाचार के आरोपों की हो रही है प्रारंभिक जांच
मद्रास उच्च न्यायालय के समक्ष आज तमिलनाडु के सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय (डीवीएसी) ने बताया कि द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) की ओर से लगाये गये भ्रष्टाचार के आरोपों पर मुख्यमंत्री ई के;
चेन्नई। मद्रास उच्च न्यायालय के समक्ष आज तमिलनाडु के सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय (डीवीएसी) ने बताया कि द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) की ओर से लगाये गये भ्रष्टाचार के आरोपों पर मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी के विरुद्ध प्रारंभिक जांच की जा रही है।
न्यायमूर्ति ए डी जगदीश चांडीरा की पीठ के समक्ष जब द्रमुक की ओर से सड़कों के निर्माण और रखरखाव के ठेके में मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार का आरोपों के संबंध में मामला दर्ज करने का आदेश जारी करने की याचिका सुनवाई के लिए आई तो डीवीएसी की ओर से महाधिवक्ता ने इस आशय की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गत 22 जून को शिकायत प्राप्त होने के तुरंत बाद ही मुख्यमंत्री के विरूद्ध प्रारंभिक जांच शुरू कर दी गयी थी। उन्होंने कहा,“ जांच अभी चल रही है।”
द्रमुक की ओर से वरिष्ठ वकील एन आर इलांगो ने उच्चतम न्यायालय के फैसलों का हवाला देते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रारंभिक जांच एक सप्ताह में पूरी कर ली जानी चाहिए जबकि डीवीएसी के मामले में दो माह से भी समय कम है। उन्होंने कहा कि दो माह की अवधि भी गत 22 अगस्त को पूरी हो चुकी है।
न्यायमूर्ति ने इलांगो की बातों पर सहमति जताते हुए महाधिवक्ता से जानना चाहा कि क्यों डीवीएसी ने दो माह के भीतर अपनी जांच पूरी नहीं की। न्यायालय ने कहा कि डीवीएसी को इस मामले में अब तक मामला दर्ज कर लेना चाहिए था।
न्यायालय ने मामले की अगली सुनवाई चार सितंबर तक के लिए स्थगित कर दी तथा उस दिन डीवीएसी को अपना हलफनामा दाखिल करने का भी आदेश दिया।