विपक्ष को विधानसभा के समय और पैसे की बर्बादी की कोई परवाह नहीं: अमरिंदर
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विधानसभा सत्र में विपक्ष के रवैये पर चिंता जताते हुये कहा है कि सदन को अखाड़ा बना दिया गया है;
चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विधानसभा सत्र में विपक्ष के रवैये पर चिंता जताते हुये कहा है कि सदन को अखाड़ा बना दिया गया है तथा विपक्ष को सदन के समय और पैसे की बर्बादी की कोई परवाह नहीं।
कैप्टन सिंह आज प्रश्नकाल के दौरान आम आदमी पार्टी (आप) तथा अकाली-भाजपा गठबंधन के हंगामे तथा नारेबाजी के कारण आधे घंटे के लिये सदन की बैठक स्थगित किये जाने पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे।
उन्होंने पत्रकारों से कहा कि विपक्षी दलों का रवैया नकारात्मक रहा है। सदन का समय तथा पैसा बर्बाद हो रहा है । सदन चलाने के लिये एक दिन का खर्च 70 लाख रुपये आता है।
विपक्ष ने सदन की कार्यवाही को मजाक बनाकर रख दिया है । उन्हें लोगों के मुद्दाें को उठाने में कोई रुचि नहीं। उन्हें सदन की मर्यादा का कोई ख्याल नहीं ।
उन्होंने कहा कि शून्यकाल में व्यवधान डालना संसदीय परंपराओं के विरुद्ध है क्योंकि इसमें लोकहित के मुद्दे उठाये जाते हैं। सदन में हंगामा और नारेबाजी और आसन के समीप जाकर ऐसा करने से कामकाज में व्यवधान पड़ता है ।
अाम आदमी पार्टी के नेता सुखपाल खेहरा का नशे से संबंधित मामला अदालत में है और पूर्व अकाली मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया पर नशा तस्करी के मामले में लगे आरोपों की जांच केंद्रीय एजेंसियां कर रही हैं।
ये कानूनी मामले हैं तथा इन्हें सदन के पटल पर नहीं रखा जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि नशे का मुद्दा गंभीर मामला है जिसे मजाक बनाकर रख दिया गया है। इसमें सरकार का हस्तक्षेप करने का कोई सवाल ही नहीं ।
उन्होंने कहा कि दो मुख्य विपक्षी दल कोई ठोस मुद्दा उठाने के बजाय सदन में आमने -सामने आ डटे हैं। उन्होंने आप पार्टी की सत्र की अवधि बढ़ाये जाने की मांग को हास्यास्पद बताते हुये कहा कि एक तरफ तो वह अनावश्यक बातों में उलझ रही है और दूसरी ओर सदन का समय बर्बाद कर रही है एेसे में सत्र की अवधि बढ़ाये जाने की बात करना बेमानी है।
अकाली गठबंधन तथा आप के पास कोई एजेंडा नहीं है। इनका मकसद कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चलने देना है। ऐसा ही इन्होंने पिछले सत्र में किया था ।