इरफान के बयान से भड़का विपक्ष, विधानसभा की कार्यवाही स्थगित

झारखंड विधानसभा में श्री बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष की मान्यता दिए जाने की मांग को लेकर विपक्ष के शोर-शराबे पर कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी के बयान से भड़के भाजपा सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया;

Update: 2020-03-05 18:12 GMT

रांची । झारखंड विधानसभा में श्री बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष की मान्यता दिए जाने की मांग को लेकर विपक्ष के शोर-शराबे पर कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी के बयान से भड़के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया जिसके कारण आज सदन की र्कायवाही भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दी गई।


विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा सदस्यों ने श्री अंसारी के बुधवार को सदन के बाहर दिए गए बयान को लेकर हंगामा शुरू कर दिया और उनसे माफी मांगने की मांग करने लगे। कांग्रेस विधायक ने माफी मांगने से इनकार करते हुए कहा कि मीडिया ने उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया है। लेकिन, भाजपा विधायक अपनी मांग पर अड़े रहे।

भाजपा विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा और भानुप्रताप शाही समेत अन्य सदस्यों ने सभाध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो से श्री अंसारी की सदस्यता रद्द करने की मांग करते हुए कहा कि पिछले सत्र के दौरान भी कांग्रेस विधायक श्री अंसारी से माफी मांगने को कहा गया था लेकिन उन्होंने अड़ियल रवैया अपनाते हुए ऐसा करने से इनकार कर दिया था।

विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच झारखंड विकास मोर्चा प्रजातांत्रिक (झाविमो-पी) छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि सदन के बाहर दिए गए बयान को लेकर सदन के अंदर शोरगुल करना उचित नहीं है। विपक्ष सदन की कार्यवाही बाधित करने की मंशा लेकर आया है। वहीं, सभाध्यक्ष ने विपक्ष के सदस्यों से शांत होने का आग्रह करते हुए कहा कि सदन के बाहर मीडिया में दिए गए बयान पर बहस करना सही नहीं है। लेकिन, भाजपा विधायक नहीं माने।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जारी हंगामे के बीच कहा कि विपक्षी दल के विधायकों को देखकर ऐसा लग रहा है कि वे ‘अभिभावक विहीन’ हो गए हैं। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष चुनने के लिए विपक्ष बाहर के एक नेता को ले आए। प्रतिपक्ष के नेता के मुद्दे पर भाजपा लगातार हंगामा कर रही है जबकि यह मामला प्रक्रियाधीन है। ऐसे में विपक्षी सदस्य अपने बीच से नेता प्रतिपक्ष चुन लें और सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलने दें।


इसके बाद भी भाजपा विधायक नहीं माने और श्री अंसारी के माफी मांगने की मांग पर अड़े रहे। सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच बढ़ती नोंकझोंक को देख सभाध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दी।

गौरतलब है कि श्री मरांडी को नेता प्रतिपक्ष की मान्यता दिए जाने की मांग को लेकर बुधवार को भाजपा सदस्यों के हंगामे के बाद कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा था कि सदन में विपक्ष का आचरण ठीक नहीं था। विपक्ष के लोग आसन के सामने जाकर कुत्ते की तरह भौंक रहे थे। यह ओछी हरकत है।
 

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