एक की मौत, 8 मलबे में दबे

बीते 10 जुलाई को ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी में दो निर्माणाधीन इमारत गिरने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है कि गाजियाबाद के मसूरी में रविवार को निर्माणाधीन 5 मंजिला इमारत ढह गई;

Update: 2018-07-23 00:25 GMT

गाजियाबाद। बीते 10 जुलाई को ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी में दो निर्माणाधीन इमारत गिरने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है कि गाजियाबाद के मसूरी में रविवार को निर्माणाधीन 5 मंजिला इमारत ढह गई। हादसे के तुरंत बाद पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया। हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई है जबकि मलबे में दबे 8 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। अभी भी 8 से ज्यादा लोगों के फंसने की बात कही जा रही है।  पुलिस ने मामले पर संज्ञान लेते हुए छह लोगों को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि इस इमारत में चार लोग हिस्सेदार हैं। फिलहाल मालिक मनीष गोयल फरार है। इनकी तलाश के लिए पुलिस ने चार टीमों का गठन किया है। इमारत गाजियाबाद के गोविंदपुरम के पास अकाशनगर में गिरी है। स्थानीय लोगों का कहना कि इमारत बनाने में खराब सामान का प्रयोग किया जा रहा था। ऊपर से बारिश होने के कारण स्थिति और खराब हो गई थी। 

मुख्यमंत्री योगी ने जताया दुख

मामले पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख जताते हुए गाजियबाद की डीएम व एसएसपी को घटना स्थल का निरीक्षण करने का निर्देश दिया। योगी ने कहा कि घायलों के उपचार में किसी प्रकार की कोताही न बरती जाए। बताया जा रहा है कि इस इमारत का निमार्ण मनोज गोयल नाम का बिल्डर बनवा रहा था। मुख्यमंत्री के दखल के बाद गाजियाबाद की डीएम रितु महेश्वरी ने कहा कि इमारत की गुणवत्ता सबसे बड़ी समस्या है। उन्होंने हादसे की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया है। फिलहाल 8 लोगों को बचाया गया है। एनडीआरएफ व पुलिस बल राहत व बचाव कार्य में लगे हुए हैं।

जिलाधिकारी ओर एसएसपी ने मौके का लिया जायजा

मौके पर पहुंची गाजियाबाद की जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी ने बताया कि फिलहाल अभी निर्माणाधीन बिल्डिंग के मालिक की जानकारी की जा रही है, व जांच की जा रही है कि आखिर अचानक ही बिल्डिंग गिरने का क्या कारण रहा है। उन्होंने बताया कि फिलहाल मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला जा रहा है एनडीआरएफ की टीम के अलावा स्थानीय पुलिस और दमकल विभाग की टीम राहत और बचाव के कार्य में जुटी हैं। हर पहलू पर गहनता से जांच की जाएगी। इस पूरे मामले में यदि इमारत के मालिक या ठेकेदार द्वारा मानकों को पूरा नहीं किया गया है या नक्शे में किसी तरह का कोई बदलाव किया गया है। तो निश्चित तौर पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारत अवैध ढंग से बनाई जा रही थी। इसका निर्माण कानून के हिसाब से नहीं हो रहा था। वैसे भी दिल्ली एनसीआर में इमारत के ढहने से की ये पहली घटना नहीं है।

शाहबेरी में गई थी 9 लोगों की जान

गौरतलब है कि ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी में मंगलवार रात को दो इमारत गिर गईं थीं, जिसमें करीब 4 दिन तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद 9 शव बाहर निकाले गए थे। इस घटना के बाद ग्रेटर नोएडा में अवैध निर्माण कार्यों पर रोक लगाए जाने का काम किया जा रहा है। वहीं नोएडा के सेक्टर 63 में भी एक निर्माणाधीन इमारत गिरी थी।

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