कलेक्टर की फटकार के बाद एक कर्मचारी ने लौटायी रिश्वत
मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में एक सरकारी कर्मचारी द्वारा कलेक्टर की फटकार के बाद रिश्वत की धनराशि जुर्माने के साथ लौटाने का रोचक मामला सामने आया;
उमरिया। मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में एक सरकारी कर्मचारी द्वारा कलेक्टर की फटकार के बाद रिश्वत की धनराशि जुर्माने के साथ लौटाने का रोचक मामला सामने आया है।
कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी के समक्ष जनसुनवाई में हुई शिकायत के बाद उनकी फटकार के चलते प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने के नाम पर ग्राम पंचायत बड़ागांव के रोजगार सहायक सुबोध सिंह ने 25 हजार रुपये रिश्वत के और दंड के 25 हजार, कुल 50 हजार रुपये हितग्राही को वापस कर दिये हैं।
कलेक्टर श्री सोमवंशी ने अपने फेसबुक पोस्ट में वीडियो के साथ यह जानकारी सभी से साझा की है। उन्होंने कहा कि जिले के करकेली जनपद के बड़ागांव पंचायत की महिला ननकी बाई ने 20 अगस्त को जनसुनवाई के दौरान यह शिकायत की थी कि उनके ग्राम पंचायत का रोजगार सहायक सुबोध सिंह ने उसे प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने के नाम पर 25 हजार रुपये की रिश्वत ले लिए है।
इस पर कलेक्टर द्वारा फटकार लगाने पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, करकेली की उपस्थिति में रोजगार सहायक सुबोध सिंह ने शिकायतकर्ता ननकी बाई को 25 हजार रुपये रिश्वत की राशि के साथ उसके ऐसे कार्य के लिए लगाए गये दंड के 25 हजार रुपये, कुल 50 हजार रुपये उसके बेटे और गांव वालों की उपस्थिति में लौटाने का कार्य किया है।
कलेक्टर श्री सोमवंशी ने कहा कि ऐसे प्रकरणों में सामान्यत: कोई साक्ष्य नहीं रहता है, मगर राशि वापस करने के बाद आरोप सिद्ध हो जाता है, इसलिए आगे की अनुशासनात्मक कार्रवाई, जो भी है, वह की जायेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी हितग्राही से कोई अनुचित मांग की जाती है, तो वह मंगलवार की जनसुनवाई में उनसे उसकी शिकायत कर सकते हैं। कलेक्टर की इस कार्यवाही की सोशल मीडिया पर काफी सराहना की जा रही है।