उमर, महबूबा ने सत्यपाल मलिक के बयान की प्रशंसा की
नेशनल कांफ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी नेता महबूबा मुफ्ती ने जम्मू एवं कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के उस बयान का समर्थन किया है;
श्रीनगर। नेशनल कांफ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी नेता महबूबा मुफ्ती ने जम्मू एवं कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के उस बयान का समर्थन किया है जिसमें उन्होंने कहा था कि विधानसभा भंग करते समय उन्होंने दिल्ली की तरफ नहीं देखा था। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्विटर पर कहा, "दिल्ली के इशारे का इंतजार नहीं करने और उनसे निर्देश नहीं लेने के लिए मैं राज्यपाल मलिक की प्रशंसा करूंगा जिसके चलते भाजपा तथा इसके सहयोगियों की विधायकों की खरीद फरोख्त, दल-बदल और धन के उपयोग से सरकार को बनने से रोका जा सका।"
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह अतीत में की जाने वाली कार्रवाइयों से अलग एक स्वागतयोग्य कदम था क्योंकि राज्यपाल ने दिल्ली का निर्देश नहीं लेते हुए अपने विवेक से विधानसभा भंग की।
मुफ्ती ने ट्वीट किया, "फैक्स मशीन को दरकिनार कर दें तो, यह देखकर अच्छा लगा कि गवर्नर साहब ने दिल्ली का निर्देश मानने से इंकार कर दिया और विधानसभा भंग करने का निर्णय ले लिया। राज्य में लोकतंत्र की कहानी को देखते हुए इसे अभूतपूर्व कहा जा सकता है।"
बताया जा रहा है कि राज्यपाल मलिक ने 24 नवंबर को ग्वालियर में एक कार्यक्रम में कथित रूप से कहा था कि अगर उन्होंने दिल्ली का निर्देश माना होता तो वे सज्जाद लोन को मुख्यमंत्री बना चुके थे।
राज्यपाल ने यह भी कहा कि सज्जाद लोन और महबूबा मुफ्ती सहित किसी ने भी उनसे बहुमत के साथ सरकार बनाने का दावा नहीं किया।