दाखिला न लेने के एआईसीटीई के निर्णय की समीक्षा चाहता है ओडिशा
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन ने राज्य के दो प्रमुख डिप्लोमा संस्थानों में एआईसीटीई के दाखिले पर रोक पर पुनर्विचार करने के लिए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से हस्तक्षेप की मांग की;
भुवनेश्वर। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने रविवार को राज्य के दो प्रमुख डिप्लोमा संस्थानों में एआईसीटीई के दाखिले पर रोक पर पुनर्विचार करने के लिए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से हस्तक्षेप की मांग की। मुख्यमंत्री ने मंत्री से अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) द्वारा लिए गए फैसले में निजी तौर पर दखल देने की मांग की है। एआईसीटीई ने अपने फैसले में राज्य द्वारा संचालित दो डिप्लोमा संस्थानों को 2018-19 के अकादमिक साल के लिए 'प्रवेश नहीं' की श्रेणी में डाल दिया है।
जावड़ेकर को लिखे पत्र में पटनायक ने 2018-19 की अवधि के लिए दोनों संस्थानों में पूरी संख्या को मंजूरी देने का आग्रह किया है।
हाल में एआईसीटीई ने परालखेमुंडी व बेहरामपुर के दो राजकीय पॉलीटेक्निट संस्थानों को 'प्रवेश नहीं' श्रेणी के तहत आगामी अकादमिक सत्र के लिए डाल दिया है। एआईसीटीई ने इसके लिए 'नियमित तौर पर संकाय की कमी' व 'योग्य प्राचार्यो की गैर मौजूदगी' का हवाला दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले ही एआईसीटीई को प्रवक्ताओं की भर्ती के लिए उठाए गए कदम से अवगत कराया गया है और पर्याप्त संख्या में दोनों संस्थानों में अतिथि शिक्षकों को रखा गया है।
उन्होंने कहा, "यह कहा गया है कि एआईसीटीई को पहले ही प्रवक्ताओं की भर्ती के लिए सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदम के बारे में बताया गया है। भर्ती प्रक्रिया के लंबित होने से संस्थान की सुचार गतिविधि के लिए पर्याप्त संख्या में अतिथि शिक्षकों को रखा गया है।"