'एनटीपीसी नौकरी दे या ज़मीन वापस करे'
एनटीपीसी सीपत में जब तक भुविस्थापितों को नौकरी नही दी जाएगी तब तक हमारा आंदोलन चलता रहेगा क्योंकि इस संयंत्र में युवा बेरोजगारों का नौकरी पाना इनका अधिकार है;
सीपत। एनटीपीसी सीपत में जब तक भुविस्थापितों को नौकरी नही दी जाएगी तब तक हमारा आंदोलन चलता रहेगा क्योंकि इस संयंत्र में युवा बेरोजगारों का नौकरी पाना इनका अधिकार है। हमे अधिकार मांगना नहीं उसे लेना है। छत्तीसगढ़ियों के हक़ की लड़ाई हमारी पार्टी लड़ रही है और आगे भी लड़ती रहेगी।यह बात सीपत एनटीपीसी में भूविस्थापितों को नौकरी देने की मांग को लेकर सीपत बन्द और एनटीपीसी जीएम कार्यालय का घेराव करने पहुंचे मरवाही विधायक अमित जोगी ने उपस्थित भीड़ को संबोधित करते हुए कहा।
मालूम हो कि एनटीपीसी संयंत्र में प्रभावित भुविस्थापितों को नौकरी देने की मांग को लेकर मरवाही विधायक अमित जोगी के नेतृत्व में भूविस्थापित व जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़(जे) के कार्यकर्ताओं बड़ी संख्या में एनटीपीसी के जीएम कार्यालय का घेराव करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि पिछले 15 सालों से भू-विस्थापितों को नौकरी नही देने के मुद्दे पर निर्णायक लड़ाई का संकल्प ले चुके है इससे पहले जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के स्थानीय नेता मनोज खरे के आह्वान पर व्यपारियों ने बन्द को पूर्ण रूप से समर्थन करते हुए अपनी प्रतिस्थाने स्वस्फूर्त बन्द रखी।
अमित जोगी ने भाजपा और कांग्रेस के नेताओ को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भूविस्थापितों को नौकरी देने की मांग पर दोनों राष्ट्रीय पार्टियों के नेताओं ने दूरी बना रखी है जबकि 11 अक्टूबर के मंथन कलेक्टोरेट आयोजित त्रिपक्षीय वार्ता में सभी पार्टियों के जन प्रतिनिधियों ने एक राय होकर भू-विस्थापितों के हक़ में एनटीपीसी कार्यालय के घेराव करने की चेतावनी दी थी। दोनों राष्ट्रीय दलों का इस घेराव से दूरी बनाना कहीं न कहीं दोनों राष्ट्रीय दलों का एनटीपीसी प्रबंधन से सांठगांठ को उजागर करता है। अपने शब्दों पर अटल रहते हुए मरवाही विधायक ने सीपत के भू-विस्थापित परिवारों के साथ एनटीपीसी का घेराव किया और खुले शब्दों में प्रबंधन को चेतावनी दी कि या तो प्रबंधन तत्काल नौकरी दे या ग्रामीणों को उनकी जमीन वापस करे। भू-विस्थापितों को उनका हक दिलवाने की इस लड़ाई में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ हमेशा तत्पर रहेगी। घेराव के दौरान ग्रामीणों और पुलिस के बीच झुमाझटकी के साथ ही पुलिस ने पानी की बौछार एवं हल्का बल प्रयोग किया जिसके पश्चात् मरवाही विधायक अमित जोगी के नेतृत्व में लोगो ने अपनी गिरफ्तारी दी।
उक्त कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष ज्वाला प्रसाद चतुर्वेदी, संतोष दुबे, समीर अहमद बबला, मनोज खरे, चित्रकांत श्रीवास, जीतू ठाकुर, लक्ष्मी भार्गव, चन्द्र प्रकाश कुर्रे, विश्राम सिंह मरावी, राजेश्वर भार्गव, किरण तिवारी, शेख अफजल, इशहाक कुरैशी, के. के. निर्नेजक, कांतिदेवी, श्यामकली बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।