लैंगिक समानता का फायदा सिर्फ महिलाओं को नहीं, सभी को : संयुक्त राष्ट्र
लैंगिक समानता के फायदे केवल लड़कियों और महिलाओं के लिए नहीं हैं, बल्कि "उन सभी के लि;
संयुक्त राष्ट्र । लैंगिक समानता के फायदे केवल लड़कियों और महिलाओं के लिए नहीं हैं, बल्कि "उन सभी के लिए हैं, जिनकी जिंदगी एक निष्पक्ष दुनिया के चलते बदल जाएगी।" यह बात संयुक्त राष्ट्र महिला कार्यकारी निदेशक फुमजिले म्लाम्बो-न्गुका ने रविवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अपने संदेश में कही। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र की महिला प्रमुख ने कहा, "2020 में हम महिलाओं के अधिकारों को अहसास करने के लिए जुट रहे हैं और बीजिंग प्लेटफॉर्म फॉर एक्शन को लागू करने के लिए 25 वर्षो को चिन्हित कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "अभी हमारे पास एकसमान दुनिया नहीं है, इसलिए महिलाएं गुस्से में हैं और चितित हैं। वे परिवर्तन के लिए अधीर हैं, उनकी ये अधीरता बहुत पुरानी है और कई सालों से चल रही है।"
म्लाम्बो ने रेखांकित किया कि लड़कियां निराश हैं, क्योंकि "उनके खिलाफ हो रही हिंसा और शिक्षा जैसे मामलों में जरूरी बदलावों में देरी, उन्हें निराश कर रही है।"
उन्होंने कहा, "मेरी सबसे बड़ी अधीरता आर्थिक असमानता को लेकर है।"
उन्होंने कहा कि ऐसी नीतियों की जरूरत है, जो बच्चों की देखभाल की जिम्मेदारियों में समानता देती हों और उन परिवारों तथा अनौपचारिक अर्थव्यवस्था में काम करने वालों को राज्य का समर्थन देती हों।
म्लाम्बो ने कहा, "हालांकि हम अधीर हो रहे हैं लेकिन हम हार नहीं मान रहे हैं।"
उन्होंने आशा जताई कि लिंग-आधार पर पूर्वाग्रहों से निपटने में समर्थन बढ़ रहा है, एक अभियान पीढ़ियों और देशों में बदलाव लाएगा। पिछले 25 सालों से यह दिख रहा है कि समानता के लिए कार्रवाई में तेजी लाने की जरूरत है।