कृषि कानूनों के विरोध में हो रहे आंदोलन का हिस्सा बनीं नूरन बहनें
केंद्र की ओर से पारित किए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में सोमवार को किसानों का प्रदर्शन 19वें दिन भी जारी रहा;
नई दिल्ली। केंद्र की ओर से पारित किए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में सोमवार को किसानों का प्रदर्शन 19वें दिन भी जारी रहा। सोमवार को कृषि कानूनों के विरोध में कई किसान नेता भूख हड़ताल पर थे। इस बीच प्रसिद्ध पंजाबी गायक नूरन बहनें भी किसानों के समर्थन में सामने आईं हैं। नूरन बहनों ने किसानों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए सिंघु बॉर्डर का दौरा किया। वे प्रदर्शनकारी किसानों से मिलीं और किसानों के लिए एक गीत गाने के लिए मंच पर पहुंची।
उन्होंने कहा, जो कुछ भी हो रहा है, वह वास्तव में गलत है। हम सरकार को बताना चाहते हैं कि बर्गर और पिज्जा पेट नहीं भरते हैं, 'रोटी' ही पेट भरती है, जिसे हमें किसान देते हैं।
गायक बहनों ने कहा, हम सभी आज जो कुछ भी हैं, वह सब किसानों की वजह से हैं। किसान नेताओं ने सोमवार को सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक एक दिवसीय भूख हड़ताल की।
अनशन पर बैठे किसान नेताओं में हरियाणा के गुरनाम सिंह चिरौनी, पंजाब के हरिंदर सिंह लखोवाल और संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले 30 से अधिक किसान यूनियनों के नेता शामिल रहे।
किसान संगठन कृषक (सशक्तीकरण और संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा करार अधिनियम 2020, कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) अधिनियम 2020 और आवश्यक वस्तु संशोधन अधिनियम 2020 का विरोध कर रहे हैं और इन्हें वापस लेने की मांग कर रहे हैं।