सेवा करने के लिए व्यक्ति को किसी पदनाम की जरूरत नहीं: वसुंधरा
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने मानव सेवा को किसी साधना से कम नहीं बताते हुए कहा है कि सेवा करने के लिए व्यक्ति को किसी पदनाम की जरूरत नहीं होती है। ;
जयपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने मानव सेवा को किसी साधना से कम नहीं बताते हुए कहा है कि सेवा करने के लिए व्यक्ति को किसी पदनाम की जरूरत नहीं होती है।
राजे आज सत्य सांई अस्पताल राजकोट द्वारा सत्य सांई कॉलेज जयपुर के परिसर में आयोजित निःशुल्क हृदय रोग निदान शिविर में बोल रही थी। उन्होंने कहा कि मन में सेवा का भाव लेकर यह कार्य किया जा सकता है। व्यक्ति को अपने जीवन में कुछ समय सेवा कार्य में जरूर लगाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सत्य सांई बाबा द्वारा बताई गई पांच चीजों को जीवन में अपनाकर व्यक्ति स्वयं के साथ दूसरों के जीवन में भी बदलाव ला सकता है। उन्होंने कहा कि उनके आदर्शाें को अपनाते हुए सत्य, अहिंसा और प्रेम के मार्ग पर चलते हुए सभी जाति और मजहब के लोगों को एक परिवार के रूप में जोड़कर भारत का परचम पूरी दुनिया में फहराया जा सकता है।
इस अवसर पर उन्होंने राजकोट एवं अहमदाबाद में स्थापित सत्य सांई अस्पताल जैसा एक अस्पताल राजस्थान में भी स्थापित करने का आग्रह सत्य सांई ट्रस्ट से जुड़े लोगों से किया, ताकि असहाय एवं जरूरतमंद लोगों को नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने आश्वस्त किया कि ट्रस्ट इस दिशा में कदम उठाए तो राज्य सरकार इसके लिए जमीन एवं अन्य आवश्यक सुविधाएं प्रदान कर देगी।