चुनौती से कम नहीं बाहरी अपराधियों पर अंकुश लगाना
ग्रेटर नोएडा । विधानसभा चुनावी बिगुल बजते ही जहां एक तरफ चुनावी अखाड़ों में चुनाव को लेकर नेताओं और उनके समर्थकों ने तीर-कमान संभाल लिए हैं।;
ग्रेटर नोएडा । विधानसभा चुनावी बिगुल बजते ही जहां एक तरफ चुनावी अखाड़ों में चुनाव को लेकर नेताओं और उनके समर्थकों ने तीर-कमान संभाल लिए हैं। प्रत्याशी दल बल के साथ जनता के बीच पहुंचकर सियासी दांव पेंच खेल रहे हैं। वहीं चुनाव के दौरान अपराधी व अराजक तत्व ही नहीं बल्कि गैर जनपदीय व प्रान्तीय अपराधियों पर अंकुश लगाना पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।
दरअसल विधानसभा चुनाव आते ही दूसरे जनपदों और प्रांतों के अपराधी जिले में डेरा जमाते नजर आ रहे है।
पिछले एक महीनें में पकड़े गए ज्यादातर अपराधी गैर जनपदीय व प्रान्तीय है। उनकी सक्रिय गतिविधियों के चलते अपराधिक घटनाओं में भी इजाफा हुआ है। हालांकि अपराधियों पर लगाम कसने के लिए पुलिस महकमा सक्रिय होने व जुटे होने का दावा कर रहा है। आए दिन बढ़ रही अपराधियों की संख्या पुलिस महकमें के लिए सिर दर्द बनी हुई है। अधिकारियों के मुताबिक चुनाव के दौरान बहारी अपराधियों की संख्या बढ़ी है। जिसके बाद पुलिस ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है जो अपराधियों को शरण दे सकते हैं। सभी की कुंडली तैयार की जा रही है। जिले के सीमावर्ती थानों को भी इसके लिए अलर्ट पर रख दिया गया है। चुनाव में बाहरी अपराधियों के घुसपैठ से इंकार नहीं किया जा सकता है। चुनाव में गड़बड़ी फैलाने की नीयत से बाहरी जिलों के शातिर यहां आ जाते हैं। इनको रोकने के लिए प्रशासन रणनीति बना चुका है। वहीं पुलिस आलाधिकारियों के मुताबिक संदिग्ध दिखने वालों की कड़ाई से जांच शुरू हो गई है। अपराधी प्रवृत्ति के लोगों को शरण देने वाले भी बख्शे नहीं जाएंगे। उनका अपराध भी बराबर माना जाएगा। आचार संहिता का कड़ाई से पालन कराया जाएगा।
एसपी देहात सुजाता सिंह ने बताया कि बाहरी अपराधियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। ऐसे सभी लोगों पर पैनी नजर रखी जा रही है। सीमावर्ती जिलों के अपराधियों की कुंडली भी देखी जा रही है। इसके पहले चुनाव में जो लोग गड़बड़ी उत्पन्न कर चुके हैं, उन पर भी खुफिया नजर रखी गई है।