जल्द दौड़ेगी एनएमआरसी की मेट्रो
एनएमआरसी की मेट्रो में जल्द ही मुसाफिर सफर करते नजर आएंगे। जनवरी से नोएडा ग्रेटरनोएडा मेट्रो ट्रेक पर ट्रायल शुरू हो जाएगा;
नोएडा। एनएमआरसी की मेट्रो में जल्द ही मुसाफिर सफर करते नजर आएंगे। जनवरी से नोएडा ग्रेटरनोएडा मेट्रो ट्रेक पर ट्रायल शुरू हो जाएगा। इसके लिए निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। मंगलवार को सेक्टर-143 व सेक्टर-144 मेट्रो स्टेशनों के बीच आखरी गार्डर लगाया जाएगा।
इसके लगने के साथ बायाडक्ट का 100 प्रतिशत काम पूरा हो जाएगा। अभी गार्डर पर ट्रेक बिछाने का काम किया जा रहा है। दिसम्बर तक सभी कार्य पूर्ण कर लिए जाएंगे। अप्रैल-2018 में एनएमआरसी की पहली मेट्रो ट्रेन नोएडा से ग्रेटरनोएडा रूट पर दौड़ने लगेगी। नोएडा से ग्रेटरनोएडा तक 29.7 किलोमीटर लंबे ट्रेक का निर्माण किया जा रहा है। इसमें 22 स्टेशन होंगे। इसके निर्माण में 5500 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे है। गार्डर लगने के बाद बायाडक्ट निर्माण का कार्य 100 प्रतिशत एवं स्टेशन निर्माण का सिविल कार्य 100 प्रतिशत पूरा हो चुका है। डिपो निर्माण का कार्य पूरा किया जा चुका है।
पटरियां बिछाने का कार्य किया जा रहा है। यह कार्य दिसम्बर तक पूरा कर लिया जाएगा। ट्रेक पर दौड़ने वाली पहली मेट्रो भी चाइना से अपने देश आने के लिए निकल चुकी है। यह गुजरात के बंदरगाह पर दिसम्बर के दूसरे या तीसरे सप्ताह में पहुंच जाएगी। इसके बाद सड़क के रास्ते ट्रेक को ग्रेटरनोएडा लाया जाएगा।
जनवरी के पहले सप्ताह से ट्रायल शुरू होगा। जनवरी, फरवरी व मार्च तीन महीने तक ट्रेक पर मेट्रो का ट्रायल लिया जाएगा। ट्रायल के दौरान सभी तरह के सिविल व तकनीकी पहलुओं की जांच की जाएगी। जिसके बाद अप्रैल-2018 में इस रूट पर मेट्रो को मुसाफिरों के लिए शुरू किया जाएगा। खास बात यह है कि इस रूट पर चलने वाली मेट्रो में प्रति दिन लाखों लोग अपन गंतव्य तक पहुंच सकेंगे
एनएमआरसी को मिलेगा 'बेस्ट सिटी-बेस्ट सर्विस अवार्ड'
एनएमआरसी की सिटी बस सेवा को बेस्ट सिटी बस सर्विस प्रोजेक्ट अवार्ड से सम्मानित किया गया। समारोह मंगलवार को हैदराबाद के इंटरनेशनल कंवेशन सेंटर में आयोजित किया गया। इस दौरान तेलंगाना के मंत्री केटी रामा राव ने एनएमआरसी के निदेशक आलोक टंडन को अवार्ड देकर परियोजना के लिए सम्मानित किया।
गौरतलब है कि एनएमआरसी द्बारा नोएडा ग्रेटरनोएडा के आतंरिक सेक्टरों को जोड़ने के लिए सिटी बस सेवा की शुरुआत की थी। पहले चरण में यहा 50 एसी बसों का संचालन किया जा रहा है। भविष्य में 50 नॉन एसी बसे भी चलाई जाएंगी। इसको लेकर निरंतर प्रयास किए जा रहे है।