नीतीश कुमार ने दरभंगा एम्स योजना को राजनीति में फंसाया
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि महागठबंधन सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद-जदयू के बीच श्रेय लेने की खींचतान के चलते दरभंगा में एम्स बनाने का मामला उलझा दिया;
पटना। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि महागठबंधन सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद-जदयू के बीच श्रेय लेने की खींचतान के चलते दरभंगा में एम्स बनाने का मामला उलझा दिया इसलिए वे बतायें कि एम्स को दी गई 81 एकड़ जमीन वापस क्यों ली गई।
श्री मोदी ने रविवार को बयान जारी कर कहा कि यदि दरभंगा मेडिकल कालेज अस्पताल (डीएमसीएच) व्यस्त क्षेत्र में होने के कारण अखिल आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के लिए उपयुक्त नहीं है, तो सरकार ने इसी परिसर में पहले 81 एकड़ जमीन क्यों दी थी। उन्होंने पूछा कि 2000 करोड़ रुपये से बनने वाले एम्स-दरभंगा को सहरसा ले जाने के लिए श्री नीतीश कुमार ने दिनेशचंद्र यादव सहित जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के 15 सांसदों से ज्ञापन क्यों दिलवाया।
भाजपा सांसद ने पूछा कि महागठबंधन सरकार बनने और स्वास्थ्य सहित कई विभाग श्री तेजस्वी प्रसाद यादव को मिलने पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के करीबी भोला यादव ने अशोक पेपर मिल (हायाघाट) के परिसर में एम्स के लिए जमीन देने की घोषणा किसके इशारे पर की थी। कौन चाहता था कि एम्स दरभंगा में नहीं बने।
उन्होंने कहा कि दरभंगा में एम्स बनाने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नहीं मिले, इसलिए पहले दो साल तक तो मुख्यमंत्री श्री कुमार इस बात अड़े रहे कि डीएमसीएच को ही अपग्रेड कर एम्स बना दिया जाए।