बिहार में नक्सलियों को नीतीश सरकार का खुला संरक्षण : भाजपा
भाजपा ने कहा कि सत्तारूढ़ महागठबंधन के घटक दलों का नक्सली संगठनों से सीधा संबंध होने के कारण राज्य में उग्रवादियों को सरकार से खुला संरक्षण मिल रहा है।;
पटना। बिहार भारतीय जनता पार्टी(भाजपा)ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नक्सलवाद के खिलाफ संघर्ष में केंद्र पर संसाधनों में कटौती करने के आरोप पर पलटवार करते हुये आज कहा कि सत्तारूढ़ महागठबंधन के घटक दलों का नक्सली संगठनों से सीधा संबंध होने के कारण राज्य में उग्रवादियों को सरकार से खुला संरक्षण मिल रहा है।
बिहार विधानसभा की लोक लेखा समिति के सभापति एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने यहां कहा कि नक्सलियों के प्रति नरम नीति अपनाना मुख्यमंत्री श्री कुमार की राजनीतिक विवशता है क्योंकि महागठबंधन में शामिल दलों और नेताओं का नक्सली संगठनों और उसके नेताओं से सीधा कनेक्शन है। बिहार में नक्सलियों को सत्ता का संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी नक्सलियों के खिलाफ चलाये गये ‘आॅपरेशन ग्रीन हंट’ का भी श्री कुमार ने विरोध किया था।
यादव ने कहा कि नक्सलियों की समस्या के समाधान के लिये केंद्र सरकार द्वारा नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के कल हुये सम्मेलन में कुमार का दिया गया भाषण उनकी नाकामियों पर परदा डालने वाला है। केन्द्र की कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल में चार वर्ष पूर्व केन्द्रीय खुफिया एजेंसियों की संयुक्त सर्तकता समिति ने प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को सौंपी अपनी छह पेज की रिपोर्ट में कहा था कि बिहार सरकार माओवादियों के प्रति नरम रुख अपना हुआ है।
भाजपा नेता ने कहा कि इससे पूर्व नब्बे के दशक में भी बिहार सरकार नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की समिति में शामिल होने से यह कहकर इनकार करती रही कि बिहार में ऐसी कोई समस्या नहीं है जबकि उस वक्त नक्सली हिंसा से मध्य बिहार का इलाका काफी प्रभावित था। उन्होंने कहा कि उस समय सरकार किसकी थी सब जानते हैं।