दिल्ली : चिल्ड्रन होम में लड़कियों के साथ अमानवीय व्यवहार, उपमुख्यमंत्री के आदेश भी बेअसर

बहुत चौंकाने वाली बात है कि चिल्ड्रन होम के स्टाफ पर एफआईआर दर्ज होने और उपमुख्यमंत्री द्वारा तबादले के आदेश के बाद अभी वही आरोपी स्टाफ चिल्ड्रन होम में काम कर रहा है- स्वाति जयहिंद;

Update: 2017-05-01 21:34 GMT

दिल्ली : चिल्ड्रन होम में लड़कियों के साथ अमानवीय व्यवहार....

उपमुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद तबादले के आदेश पर विभाग ने नहीं किया अमल

नई दिल्ली, 1 मई (देशबन्धु)। निर्मल छाया कॉम्पलेक्स स्थित चिल्ड्रन होम में रहने वाली लड़कियों के साथ हो रही अमानवीय हरकतों के सामने आने के बाद दिल्ली सरकार ने स्टाफकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं।

दरअसल दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति जयहिंद जब होम में औचक पहुंची तो उन्हें 32 लड़कियों द्वारा चिल्ड्रन होम के स्टाफ के खिलाफ लिखित में शिकायत दी गई। शिकायत में कई खामियां बताते हुए कहा है कि लड़कियों ने अक्सर मारपीट, उनके शरीर के हिस्सों को बड़ा करने के लिए जबर्दस्ती इंजेक्शन दिए जाने की शिकायत की।

मामले की जानकारी जब उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को दी तो उन्होंने छह अधिकारियों के तबादले व अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश भी दिए।

स्वाति जयहिंद ने यहां जारी बयान में बताया कि इतना ही नहीं लड़कियों ने शिकायत की कि उनके पीरियड का पता लगाने के लिए उनके कपड़े उतरवाये जाते हैं। उसके बाद ही उन्हें सेनेटरी पैड दिए जाते हैं। पांच-पांच साल की बच्चियों ने उनके साथ होने वाली मारपीट की शिकायत की। निरीक्षण में 140 लड़कियों का खाना बनाने के लिए सिर्फ एक कुक है और छोटी-छोटी बच्ची अपना खाना खुद बना रही हैं और खाने की गुणवत्ता भी निम्न स्तर की है।

एक बार निरीक्षण के बाद आयोग की अध्यक्ष ने दोबारा सुबह छह बजे औचक निरीक्षण करने की कोशिश की कि अभी भी लड़कियों के साथ मारपीट बंद हुई या नहीं, लेकिन उन्हें व उनकी टीम को दोबारा चिल्ड्रन होम में जाने से रोकने का प्रयास भी किया गया।

इन गंभीर शिकायतों के बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने समाज कल्याण विभाग के निदेशक को समन किया।

महिला आयोग ने सोमवार को बताया किअभी तक समाज कल्याण विभाग ने उपमुख्यमंत्री के आदेशों की पालना नहीं की है।

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने चिल्ड्रन होम की लड़कियों की शिकायत मिलने पर दिल्ली पुलिस के कमिश्नर से भी मुलाकात की और उनसे इस केस में एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की। जिसके बाद हरि नगर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई।

पुलिस ने आईपीसी के सेक्शन 323/326/506/120बी व जेजे एक्ट के सेक्शन 75 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली।

स्वाति जयहिंद ने कहा कि यह बहुत चौंकाने वाली बात है कि चिल्ड्रन होम के स्टाफ पर एफआईआर दर्ज होने और उपमुख्यमंत्री द्वारा तबादले के आदेश के बाद अभी वही आरोपी स्टाफ चिल्ड्रन होम में काम कर रहा है।

उन्होंने विभाग से कहा है कि जल्द से जल्द आरोपी स्टाफ का ट्रांसफर किया जाए और उनके होम में जाने पर पाबंदी लगाई जाए।

बता दें कि होम में रहने वाली ये लडकियां देह व्यापार के लाई गई, परिवार के सदस्य द्वारा बलात्कार के बाद छोड़ने, जैसे मामलों की पीडि़ता हैं। सरकार का कर्तप्य है कि वह इनकी सुरक्षा और रक्षा करे लेकिन यहां सीधे-सीधे मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है।

 

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